रूस ने यूरोप को सप्लाई करने वाली एक प्रमुख गैस पाइपलाइन को बंद कर दिया है। इसके चलते यूरोपीय कारोबारियों और निवासियों के लिए ठंडी की मौसम लंबा खिंचने वाला है और इस पाइपलाइन के बंद होने के चलते यूरो और यूरोपियन स्टॉक फ्यूचर्स में गिरावट रही। सोमवार को यूरोप के 19 देशों की कॉमन करेंसी यूरो 0.7 फीसदी गिरकर 98.80 यूएस सेंट्स के भाव पर फिसल गया जो वर्ष 2002 के बाद से सबसे कम है। वहीं यूरो स्टॉक्स 50 फ्यूचर्स भी 3.3 फीसदी लुढ़क गया।
नेशनल ऑस्ट्रेलिया बैंक के मुद्रा रणनीतिकारर रोड्रिगो कैटरिल का कहना है कि रूस ने यूरोप को गैस सप्लाई में अनिश्चित समय के लिए कटौती का ऐलान किया है जिसके चलते यूरो में आगे भी गिरावट हो सकती है। गैस नहीं मिलने का मतलब है कि ग्रोथ नहीं होगी और ईसीबी (यूरोपियन सेंट्रल बैंक) सख्त रूख अपना सकता है।
बढ़ती महंगाई के बीच ईसीबी के सामने एक और दिक्कत
जब से रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हुई है, यूरोप में महंगाई तेजी से बढ़ रही है और अब गैस सप्लाई में कटौती से ठंडियों के आने से पहले एक और दिक्कत खड़ी हो गई। रूस की सरकारी गैस उत्पादक कंपनी गैजप्रोम पीजेएससी ने शुक्रवार को नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन के जरिए सप्लाई को अनिश्चित समय तक रोकने का ऐलान किया था। गैस सप्लाई में यह कटौती ऐसे समय में हुई है जब यूरोपियन सेंट्रल बैंक (ECB) पर बढ़ती महंगाई के चलते मौद्रिक नीतियों को सख्त करने का दबाव बना हुआ है।
97 सेंट तक फिसल सकता है यूरो
कमक्षा त्रिवेदी के नेतृ्तव में गोल्डमैन सॉक्स ग्रुप (Goldman Sachs Group) के एनालिस्टों का आकलन है कि अगले तीन महीनों में यूरो के भाव 99 सेंट्स से 97 सेंट्स तक आ सकते हैं। यह रिपोर्ट शुक्रवार को जारी हुई थी यानी कि राहत पैकेजों के ऐलान से पहले। रविवार को जर्मनी ने 6500 करोड़ यूरो (6500 करोड़ डॉलर) का ऐलान किया था जबकि फिनलैंड ने पॉवर मार्केट को स्थिर रखने के लिए 2300 करोड़ डॉलर और स्वीडन ने शनिवार को अपनी यूटिलिटीज के इमरजेंसी बैकस्टॉप के लिए 2300 करोड़ डॉलर के पैकेज का ऐलान किया था। गोल्डमैन सॉक्स के मुताबिक छह महीने से भी अधिक समय तक यूरो 1 डॉलर के नीचे भाव पर रहेगा जबकि पहले 1.02 डॉलर तक की रिकवरी का अनुमान लगाया गया था।