Union Budget पारित होने में अब बस कुछ ही दिनों का वक्त बचा है। मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार इसी बीच सरकार ने यह घोषणा की है कि बजट 2023 के बाद ही सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़े जारी किए जाएंगे। इकोनॉमिक्स टाइम्स में छपी खबर के अनुसार सरकार ने यह फैसला इसलिए किया है कि क्योंकि सभी तरह के आंकड़ों को एक साथ ही जारी किया जा सके।
फरवरी के आखिरी में जारी होंगे आंकड़े
नए कैलैंडर के अनुसार स्टैटिक्स और प्रोग्राम मिनिस्ट्री इन आंकड़ों को जनवरी में जारी करने के बजाय अब फरवरी के अंत में जारी करेगी। इन आंकड़ों में राष्ट्रीय आय, बजत और पूंजी निर्माण के साथ खपत और खर्च के अनुमान शामिल किए जाएंगे। इससे पहले, नरेंद्र मोदी सरकार ने केंद्रीय बजट की घोषणा की तारीख को भी बदलकर 1 फरवरी कर दिया था, जो आमतौर पर पिछले कार्यकालों में फरवरी के अंतिम दिनों में किया जाता था। सरकार के मुताबिक, यह बदलाव भी बजट 2023-24 से पहले किसी भ्रम की स्थिति से बचने के लिए लाया गया है। ईकोनॉमिक्स टाइम्स ने एक अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी है कि, 31 जनवरी की रिलीज डेट बदल दी गई है क्योंकि यह बजट से ठीक दो दिन पहले आई है और इन नंबरों को इसमें शामिल नहीं किया जा सकता है।
इस दर से आगे बढ़ रही भारत की जीडीपी
इस बीच, केंद्रीय बजट 2023-24 से पहले राष्ट्रीय खातों के आंकड़ों के पहले संशोधित अनुमान को 7 प्रतिशत के रूप में देखा जा रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी का अग्रिम अनुमान सरकार द्वारा 6 जनवरी, 2023 को जारी किया गया था। 31 मार्च, 2022 को समाप्त हुए वर्ष में भारत की जीडीपी 8.7% की दर से बढ़ी थी। हालांकि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने कहा है कि साल 2023 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 15.4 फीसदी पर है जो कि साल 2022 में 19.5 फीसदी के स्तर पर था। इसके अलावा, इस बीच, बुनियादी कीमतों पर सकल मूल्य वर्धित (GVA) में वृद्धि 2022-23 में 6.7 प्रतिशत आंकी गई है, जो 2021-22 में 8.1 प्रतिशत पर थी।
साल 2023 के लिए GDP का अनुमान
मंत्रालय ने कहा है कि साल 2022-23 के लिए वास्तविक GDP कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान 157.60 लाख करोड़ रुपये अनुमानित है जो कि साल 2021-22 के लिए 147.36 लाख करोड़ रुपये पर अनुमानित था। साल 2022-23 में वास्तविक जीडीपी में 7.0 फीसदी की दर से तेजी आने का अनुमान है जो कि साल 2021-22 के लिए 8.7 फीसदी पर था। इसके अलावा, विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन वित्त वर्ष 22 में 9.9 फीसदी की वृद्धि के मुकाबले 1.6 फीसदी तक घटने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2023 में निर्माण वृद्धि साल 2022 की तुलना में 11.5% से घटकर 9% रह सकती है। मंत्रालय ने कहा कि इसी तरह, चालू वित्त वर्ष में खनन क्षेत्र की वृद्धि दर 2.4% रहने का अनुमान है, जबकि 2021-22 में यह 11.5% थी।