मैन्युफैक्चरिंग (Manufacturing), बिजली (Power) और खनन (Mining) जैसे सेक्टर में मजबूत प्रदर्शन के साथ देश का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) जून में 12.3 प्रतिशत बढ़ गया। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यह लगातार दूसरा महीना है, जब इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (Industrial Production) में दोहरे अंकों में बढ़ोतरी हुई है।
इस साल जून के दौरान इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में बढ़ोतरी मई 2022 की तुलना में कम है। मई में IIP 19.6 प्रतिशत बढ़ा था, जबकि अप्रैल में इसमें 6.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ था।
इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन इंडेक्स (IIP) के आधार पर मापा जाने वाला इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, जून 2021 में 13.8 प्रतिशत बढ़ा था।
सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में इस साल जून में 12.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। पिछले साल इसी महीने में यह 13.2 प्रतिशत बढ़ा था।
पावर सेक्टर का ग्रोथ रेट जून में 16.4 प्रतिशत रहा, जबकि जून 2021 में इसमें 8.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। खनन क्षेत्र (Mining Sector) का ग्रोथ रेट जून महीने में 7.5 प्रतिशत रहा। एक साल पहले जून में इसमें 23.1 प्रतिशत की बढ़त हुई थी।
इस तरह चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान IIP 12.7 प्रतिशत बढ़ा है। एक साल पहले की समान अवधि में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 44.4 प्रतिशत बढ़ा था।
निवेश को प्रतिबिंबित करने वाला कैपिटल गुड्स के प्रोडक्शन में जून, 2022 में 26.1 प्रतिशत की बढ़त हुई। यह जून 2021 में 27.3 प्रतिशत बढ़ा था।
ड्यूरेबल कंज्यूमर गुड्स सेक्टर में वृद्धि दर जून महीने में 23.8 प्रतिशत रही। जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
इसके अलावा प्राथमिक वस्तुओं के मामले में बढ़ोतरी जून महीने में 13.7 प्रतिशत रही। पिछले साल के इसी महीने में इसमें 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। इंडेक्स में इस सेक्टर की हिस्सेदारी करीब 34 प्रतिशत है।
नॉन-ड्यूरेबल कंज्यूमर सेगमेंट में जून में बढ़ोतरी 2.9 प्रतिशत हुई। यह एक साल पहले इसी महीने में 3.9 प्रतिशत बढ़ी थी।
मंत्रालय ने कहा कि आंकड़ों का विश्लेषण मार्च 2020 से Covid-19 महामारी के कारण पैदा हुईं आसामान्य स्थिति को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।