India Q1 GDP Growth: भारत सरकार ने बुधवार 31 अगस्त को मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2022) के GDP (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट) आंकड़े जारी किए। सरकार ने बताया कि जून तिमाही में देश की जीडीपी 13.5% की दर से बढ़ी है।
India Q1 GDP Growth: भारत सरकार ने बुधवार 31 अगस्त को मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2022) के GDP (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट) आंकड़े जारी किए। सरकार ने बताया कि जून तिमाही में देश की जीडीपी 13.5% की दर से बढ़ी है।
हालांकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में देश की GDP ग्रोथ रेट 20.1 फीसदी रही थी। लेकिन, इसमें लो बेस का बड़ा हाथ था। दरअसल वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में कोविड लॉकडाउन के चलते इकोनॉमी में 23.8 फीसदी की गिरावट आई थी।
वहीं पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही (दिसंबर-मार्च) में जीडीपी की ग्रोथ सिर्फ 4.1 फीसदी थी। जून तिमाही में जीडीपी ग्रोथ बढ़ने की वजह लो बेस के साथ ही आर्थिक गतिविधियों में आई तेजी है।
अनुमानों के मुकाबले कम रही GDP ग्रोथ
रेटिंग एजेंसी इकरा (ICRA) ने जीडीपी में 13 प्रतिशत की दर से ग्रोथ का अनुमान जताया था। वहीं भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी रिपोर्ट में 15.7 प्रतिशत ग्रोथ का अनुमान दिया था। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस महीने की शुरुआत में मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक के दौरान कहा था कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट करीब 16.2 प्रतिशत रह सकती है।
वहीं मनीकंट्रोल ने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को लेकर एक पोल कराया था। इस पोल में 15 इकोनॉमिस्ट्स ने हिस्सा लिया। उनका मानना था कि जून तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 15 फीसदी रहेगी। लेकिन, आज आज जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े इकोनॉमिस्ट्स के अनुमान से कम हैं।
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दुनिया में सबसे तेजी से ग्रोथ वाला देश बना हुआ है भारत
हालांकि, 13.5 फीसदी की ग्रोथ इंडियन इकोनॉमी की दूसरी सबसे ज्यादा ग्रोथ है। इससे पहले पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 20.1 फीसदी थी। इस तरह इंडिया दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी बना हुआ है। इस फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में 13.5 फीसदी की ग्रोथ ऐसे वक्त आई है, जब चीन अपनी इकोनॉमी को गिरावट से बचाने की भरसक कोशिश कर रहा है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि आर्थिक गतिविधियां फिर से सामान्य स्थिति में आ गई हैं। खासकर सेवा क्षेत्र में गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं। इनमें एंटरटेनमेंट, रेस्टॉरेंट्स, खेल, बैंकिंग आदि शामिल हैं। मार्च 2020 में कोरोना की महामारी शुरू होने के बाद लॉकडाउन लगा था। इससे आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह ठप पड़ गई थीं।
जुलाई में 4.5% रहा कोर सेक्टर का आउटपुट
सरकार ने बुधवार को कोर सेक्टर के आउटपुट को लेकर भी आंकड़े जारी किए। देश के कोर सेक्टर का आउटपुट जुलाई में धीमा होकर 4.5 फीसदी पर आ गया, जो एक साल पहले इसी महीने में 9.9 फीसदी था।
GDP के आंकड़े को आप विस्तार से नीचे दिए टेबल में समझ सकते हैं-
GDP आंकड़ों का विश्लेषण (ग्रोथ %) | |||
अप्रैल-जून 2022 | जनवरी-मार्च 2022 | अप्रैल-जून 2021 | |
रियल GDP | 13.5% | 4.1% | 20.1% |
नॉमिनल GDP | 26.7% | 14.9% | 32.4% |
रियल ग्रॉस वैल्यू ऐडेड (GVA) | 12.7% | 3.9% | 18.1% |
एग्रीकल्चर, फिशिंग, फॉरेस्ट्री | 4.5% | 4.1% | 2.2% |
माइनिंग, उत्खनन | 6.5% | 6.7% | 18.0% |
मैन्युफैक्चरिंग | 4.8% | -0.2% | 49.0% |
बिजली, गैस, अन्यू यूटिलिटीज | 14.7% | 4.5% | 13.8% |
कंस्ट्रक्शन | 16.8% | 2.0% | 71.3% |
ट्रेड, होटल्स, ट्रांसपोर्ट | 25.7% | 5.3% | 34.3% |
फाइनेंशियल, रियल एस्टेट, प्रोफेशनल सेवाएं | 9.2% | 4.3% | 2.3% |
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, डिफेंस, अन्य सेवाएं | 26.3% | 7.7% | 6.2% |
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