भारत दौरे पर न्यूजीलैंड के PM क्रिस्टोफर लक्सन, 10 साल बाद फिर हो सकती है फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर चर्चा
भारत-न्यूजीलैंड के बीच ट्रेड की बात करें तो दोनों देशों के बीच 1.54 अरब डॉलर का व्यापार होता है। 2024 में न्यूजीलैंड ने भारत के 53.8 करोड़ डॉलर के गुड्स का इंपोर्ट किया। 2024 में न्यूजीलैंड से भारत में 33.5 करोड़ डॉलर का इंपोर्ट हुआ। भारत न्यूजीलैंड को टेक्सटाइल, दवा, ट्रैक्टर, ऑटो प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट करता है
भारत से न्यूजीलैंड को 21.4 करोड़ डॉलर का सर्विस एक्सपोर्ट होता है। न्यूजीलैंड से भारत में 45.65 करोड़ डॉलर का सर्विस इंपोर्ट होता है
भारत और न्यूजीलैंड के बीच 10 साल बाद फिर फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर चर्चा शुरू हो सकती है। भारत दौरे पर आए न्यूजीलैंड के PM क्रिस्टोफर लक्सन और PM मोदी के बीच आज चर्चा हो सकती है। न्यूजीलैंड के PM क्रिस्टोफर लक्सन 5 दिन के भारत दौरै पर हैं। PM मोदी आज क्रिस्टोफर लक्सन की मुलाकात होनी है। FTA के तहत भारत पर टैरिफ घटाने पर दबाव संभव है। भारत के प्रोडक्ट पर न्यूजीलैंड में औसत 2.3 फीसदी टैरिफ लगता है। वहीं, न्यूजीलैंड के प्रोडक्ट पर भारत में करीब 18 फीसदी टैरिफ लगता है। न्यूजीलैंड डेयरी, मीट और वाइन प्रोडक्ट पर टैरिफ घटाने की मांग कर सकता है। वही, भारत IT और सर्विस सेक्टर के लिए ज्यादा एक्सेस की मांग करेगा।
भारत-न्यूजीलैंड के बीच ट्रेड
भारत-न्यूजीलैंड के बीच ट्रेड की बात करें तो दोनों देशों के बीच 1.54 अरब डॉलर का व्यापार होता है। 2024 में न्यूजीलैंड ने भारत के 53.8 करोड़ डॉलर के गुड्स का इंपोर्ट किया। 2024 में न्यूजीलैंड से भारत में 33.5 करोड़ डॉलर का इंपोर्ट हुआ। भारत न्यूजीलैंड को टेक्सटाइल, दवा, ट्रैक्टर, ऑटो प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट करता है। वहीं, न्यूजीलैंड से स्क्रैप मेटल, सेब, किवी, मिनरल इंपोर्ट करता है। भारत से न्यूजीलैंड को 21.4 करोड़ डॉलर का सर्विस एक्सपोर्ट होता है। न्यूजीलैंड से भारत में 45.65 करोड़ डॉलर का सर्विस इंपोर्ट होता है। इंफोसिस और HCL टेक का न्यूजीलैंड में बड़ा कारोबार है।
बता दें कि दोनों देशों ने 14 साल पहले एफटीए वार्ता शुरू की थी। हालांकि, 10 दौर की चर्चा के बाद 2015 में ये बातचीत ठप हो गई थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक्स पर लिखा, "हमें भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत शुरू होने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह हमारी साझेदारी में एक बड़ी मिसाल है, जो व्यापार संबंधों को गहरा करने और आर्थिक अवसरों का विस्तार करने के हमारे साझा नजरिए को दर्शाता है।"
उन्होंने आगे कहा, "दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार में लगातार बढ़त जारी है, जो अप्रैल-जनवरी 2025 के दौरान 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर जाएगा। एफटीए वार्ता का उद्देश्य कारोबारियों और उपभोक्ताओं के लिए नए रास्ते खोलना, दोनों देशों की पारस्परिक ग्रोथ और समृद्धि को बढ़ावा देना है।"