RBI monetary policy : 2024 के GDP ग्रोथ अनुमान में कोई बदलाव नहीं, 6.5% पर बरकरार

RBI monetary policy : आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आरबीआई महंगाई को लक्ष्य के भीतर रखने के लिए प्रतिबद्ध है। देश में ग्रामीण मांग में सुधार देखने को मिला है। प्राइवेट सेक्टर में विस्तार योजनाओं पर होने वाला पूंजीगत खर्च बढ़ा है। कंस्ट्रक्शन गतिविधियों में तेजी बनी हुई है। कमर्शियल सेक्टर क्रेडिट फ्लो 10.6 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई है

अपडेटेड Oct 06, 2023 पर 10:51 AM
Story continues below Advertisement
RBI monetary policy : आज की पॉलीसी में RBI ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। RBI ने ब्याज दर 6.50 फीसदी पर बरकरार रखी है। MPC के 6 में से 5 सदस्य इस फैसले के पक्ष में थे

RBI monetary policy : आज 6 अक्टूबर को आरबीआई एमपीसी ने अपनी मौद्रिक नीति का ऐलान कर दिया है। आरबीआई एमपीसी के फैसलों के बारे में बताते हुए शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई का 'WITHDRAWAL OF ACCOMMODATION' रुख कायम है। आरबीआई महंगाई को लक्ष्य के भीतर रखने के लिए प्रतिबद्ध है। देश में ग्रामीण मांग में सुधार देखने को मिला है। प्राइवेट सेक्टर में विस्तार योजनाओं पर होने वाला पूंजीगत खर्च बढ़ा है। कंस्ट्रक्शन गतिविधियों में तेजी बनी हुई है। कमर्शियल सेक्टर क्रेडिट फ्लो 10.6 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। ऐसे में वित्त वर्ष 2024 में GDP ग्रोथ 6.5 फीसदी पर रहने का अनुमान है। गौरतलब है कि 2024 के GDP ग्रोथ अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आगे बताया कि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में रियल GDP ग्रोथ 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। वहीं, वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में रियल GDP ग्रोथ 6 फीसदी रहने का अनुमान है। जबकि वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में रियल GDP ग्रोथ 5.7 फीसदी रहने का अनुमान है। वहीं, वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में रियल जीडीपी 6 फीसदी पर रहने का अनुमान है।

बताते चलें की आज की पॉलीसी में RBI ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। RBI ने ब्याज दर 6.50 फीसदी पर बरकरार रखी है। MPC के 6 में से 5 सदस्य इस फैसले के पक्ष में थे। MSF रेट को भी 6.75 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। SDF रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है इसे 6.25 फीसदी पर बरकरार रखा गया है।


RBI Monetary Policy: लगातार चौथी बार दरों में कोई बदलाव नहीं, महंगाई को लेकर ये है अनुमान

आरबीई गवर्नर ने ये भी बताया है कि लिक्विडिटी बनाए रखने के लिए OMO(ओपन मार्केट ऑपरेशन) सेल्स संभव है। ओवरनाइट SDF और VRRR को बरकरार रखेंगे। बैंकिंग सिस्टम में मजबूती कायम है। वित्तीय स्थिरता बनाए रखने पर फोकस बना हुआ है। बैंक और NBFCs अपने इंटरनल निगरानी सिस्टम मजबूत करें। चुनिंदा निजी लोन में बढ़ोतरी पर निगरानी जरूरी है। 29 सितंबर तक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 58690 करोड़ डॉलर पर था।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।