Online Fraud : आप भी बन सकते हैं ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार, जानिए क्यों

कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें उस लोन के लिए शो-कॉज नोटिस भेजे जा रहे हैं, जो उन्होंने कभी लिए ही नहीं। इसका असर उनके क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ा है। दरअसल, लोन लेने के लिए दूसरे के पैन आदि का इस्तेमाल किया जाता है

अपडेटेड Feb 21, 2022 पर 1:31 PM
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ग्लोबल इंफॉर्मेशन एंड इनसाइट्स कंपनी ट्रांसयूनियन के मुताबिक, भारत में ऑरिजिनेटेड फ्रॉड की कोशिशों में मार्च 2021 को खत्म 12 महीने में 28.32 फीसदी इजाफा हुआ है।

डिजिटल या ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) के मामले बढ़ने से बैंकिंग के नए तरीकों को लोग संदेह की नजर से देखने लगे हैं। फ्रॉड करने वाले अलग-अलग तरीकों से लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका डाल रहे हैं। यहां तक कि बैंक में काम करने वाले लोगों के साथ भी फ्रॉड के मामले सामने आए हैं। आइए ऐसे कुछ मामलों के बारे में जानते हैं और यह भी समझते हैं कि इनसे बचने के क्या उपाय हैं।

पड़ोस के एक व्यक्ति ने पिछले साल अपने साथ फ्रॉड होने के बारे में बताया। दरअसल, उसने फेक वेबसाइट (Fake Website) पर अपनी सीक्रेट पिन का इस्तैमल किया था। वह फेक वेबसाइट और ऑरिजिनल वेबसाइट के बीच फर्क नहीं कर पाया। इस फ्रॉड के बाद से उन्होंने ऑनलाइन डिजिटल बैंकिंग चैनल का इस्तेमाल करना ही बंद कर दिया। इसलिए अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग या डिजिटल बैंकिंग करते हैं तो यह सुनिश्चित कर लें जो वेबसाइट आप इस्तेमाल कर रहे हैं वह फेक तो नहीं है। फेस वेवसाइट पर बैंकिंग ट्रांजेक्शन से आपका सीक्रेट डेटा फ्रॉडस्टर्स तक पहुंच जाता है।

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एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर के साथ 3 लाख रुपये फ्रॉड होने का मामला सामने आया है। फ्रॉड करने वाले व्यक्ति ने फोन पर खुद को एक मोबाइल सर्विस कंपनी का एग्जिक्यूटिव बताया। तीन हफ्ते पहले एक सरकारी बैंक में काम करने वाली मैनेजर ने ऑनलाइन केवाईसी अपडेट फ्रॉड के बारे में जानकारी दी। फ्रॉड करने वालों ने उन्हें 60,000 रुपये का चूना लगाया। इससे यह पक्का हो गया है कि बैंकिंग फ्रॉड के शिकार सिर्फ ऐसे लोग नहीं बन रहे हैं, जिन्हें इन चीजों की बुनियादी समझ नहीं है। बैंक में काम करने वाले लोग भी जालसाजी के शिकार हो रहे हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और बैंकिंग इंस्टीट्यूशंस की लाख कोशिशों के बावजूद फ्रॉड के मामले रुक नहीं रहे हैं। इसकी वजह लोगों में अलग-अलग तरह के फ्रॉड के बारे में जागरूकता का अभाव है। जब तक लोगों को इनके बारे में पता चलता है फ्रॉड करने वाले इसके नए तरीके तलाश लेते हैं। पिछले हफ्ते धानी लोन एंड सर्विसेज एप के कुछ यूजर्स ने अपने पैन के दुरुपयोग की शिकायत की। उन्होंने बताया कि धानी के जरिए लोन लेने के लिए उनके पैन कार्ड डिटेल का दुरूपयोग किया गया।

कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें उस लोन के लिए शो-कॉज नोटिस भेजे जा रहे हैं, जो उन्होंने कभी लिए ही नहीं। इसका असर उनके क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ा है। दरअसल, लोन लेने के लिए दूसरे के पैन आदि का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे लोन की किस्त नहीं चुकाए जाने पर कलेक्शन एजेंट्स असल पैन कार्ड मालिक को परेशान करना शुरू कर देते हैं। फिल्म अभिनेत्री सनी लियोन ने भी फेक लोन के लिए उनकी आइडेंटिटी के इस्तेमाल की शिकायत की है।

ग्लोबल इंफॉर्मेशन एंड इनसाइट्स कंपनी ट्रांसयूनियन के मुताबिक, भारत में ऑरिजिनेटेड फ्रॉड की कोशिशों में मार्च 2021 को खत्म 12 महीने में 28.32 फीसदी इजाफा हुआ है। इंडिया में डिजिटल फ्रॉड के मामलों में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी मुंबई, दिल्ली और चेन्नई की रही। सॉफ्टवेयर फर्म एसीआई वर्ल्जवाइड ने कहा है कि दुनियाभर में क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से जुड़े सबसे ज्यादा मामले आते हैं।

MoneyControl News

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First Published: Feb 21, 2022 1:26 PM

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