CBSE Board Exam 2026 New Rule: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 2026 से कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित करने का मसौदा तैयार किया है। इस मसौदे को बोर्ड ने 25 फरवरी को फीडबैक के लिए सार्वजनिक किया है। सीबीएसई के चेयरमैन राहुल सिंह ने घोषणा की है कि मसौदा नीति नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की सिफारिशों के अनुरूप है। छात्रों को अपने स्कोर में सुधार करने के लिए दूसरा प्रयास करने की अनुमति होगी। सिंह ने कहा कि छात्र जितने चाहें उतने विषयों में दूसरी बार परीक्षा दे सकते हैं। स्कूल, टीचर, अभिभावक, छात्र और आम जनता प्रस्तावित नीति पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
सीबीएसई का कहना है कि व्यापक चर्चा के बाद मसौदा नीति विकसित की गई है। इसे वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। लोग 9 मार्च 2025 तक ड्राफ्ट नीति पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं। प्रतिक्रियाओं की समीक्षा के बाद नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।
नए प्रस्ताव के मुताबिक, हर साल पहली बार 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी के बाद पहले मंगलवार से शुरू होंगी। जबकि परीक्षाएं 6 मार्च तक पूरी कर ली जाएंगी। बोर्ड परीक्षा का दूसरा चरण 5 मई से 20 मई तक आयोजित किया जाएगा। नई सिस्टम का लाभ यह होगा कि छात्र अपनी इच्छानुसार दूसरी बार की परीक्षा में भी शामिल हो सकेंगे। हालांकि, यदि वे केवल एक बार ही परीक्षा देना चाहें तो यह विकल्प भी चुन सकते हैं।
क्या सिलेबस में होगा बदलाव?
मौजूदा सिस्टम में कक्षा 9 और 10वीं में 16 एकेडमिक सब्जेक्ट, 23 स्कील सब्जेक्ट और 45 भाषाएं शामिल हैं। छात्र एकेडमिक सब्जेक्ट में से दो भाषाएं और तीन इलेक्टिव चुन सकते हैं। साथ ही एक स्कील सब्जेक्ट और एक अतिरिक्त भाषा यानी कक्षा 10 में अधिकतम सात विषय चुन सकते हैं। चेयरमैन ने कहा कि 2026 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए यह स्ट्रक्चर अपरिवर्तित रहेगी।
सिंह ने कहा, "इसके अनुसार, एक छात्र 10वीं कक्षा में अधिकतम 7 विषय दे सकता है। विषयों और विकल्पों की यह योजना 2026 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए भी अपरिवर्तित रहेगी। इस प्रकार, एकेडमिक सब्जेक्ट, लैंग्वेज और स्कील सब्जेक्ट का एक ही सेट 2026 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए जारी रहेगा।"
चेयरमैन ने कहा, "परीक्षाओं के संचालन की वर्तमान व्यवस्था से प्रमुख बदलाव यह होगा कि कुछ विषयों की परीक्षाएं दो से तीन बार आयोजित करने का प्रस्ताव है। ताकि छात्रों द्वारा प्रस्तावित विषयों के विकल्प को समायोजित किया जा सके। इससे परीक्षाओं की अवधि कम हो जाएगी।"
विशेष आवश्यकता वाले अभ्यर्थियों को भी वर्तमान में दी जा रही सुविधाओं का लाभ मिलता रहेगा। इसी तरह, किसी भी संस्थान को वर्तमान में दी जा रही छूट जारी रहेगी। स्कूल, शिक्षक, अभिभावक, छात्र और अन्य सहित सभी लोग सीबीएसई की वेबसाइट cbse.gov.in पर मसौदा नीति देख सकते हैं। आप 9 मार्च, 2025 तक अपनी राय दे सकते हैं, जिसके बाद प्रतिक्रियाओं की जांच की जाएगी। फिर नई नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।
मसौदा नियमों के मुताबिक, 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का पहला चरण 17 फरवरी से छह मार्च 2026 तक होगा। जबकि दूसरा चरण पांच मई से 20 मई 2026 तक आयोजित किया जाएगा। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "दोनों परीक्षाओं में पूरा सिलेबस शामिल होगा। छात्रों को दोनों चरणों के लिए एक ही परीक्षा केंद्र आवंटित किया जाएगा। परीक्षा शुल्क में वृद्धि की जाएगी। साथ ही आवेदन दाखिल करते समय छात्रों से दोनों परीक्षाओं का शुल्क लिया जाएगा।" अधिकारी के अनुसार, "बोर्ड परीक्षा का पहला और दूसरा चरण पूरक परीक्षा के रूप में भी काम करेगा। किसी भी परिस्थिति में कोई विशेष परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी।"