दुनिया की सबसे बेहतरीन शैक्षणिक संस्थाओं में एक बार फिर जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी (JNU) ने अपना परचम लहरा दिया है। विषय के आधार पर QS वर्ल्ड यूनविर्सिटी रैंकिंग का ऐलान 10 अप्रैल को हो गया और इसके मुताबिक डेवलपमेंट स्टडीज के मामले में जेएनयू दुनिया की 20वीं सबसे अच्छी शैक्षणिक संस्था है। इससे आगे भारत का कोई और संस्थान नहीं है तो कह सकते हैं कि डेवलपमेंट स्टडीज के लिए जेएनयू देश की सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी है। इसकी रैंकिंग और बेहतर हुई है। यह रैंकिंग अलग-अलग विषयों के आधार पर बनी है और इसमें तीन आईआईएम को भी जगह मिली है।
JNU के अलावा किन-किन IIM को मिली रैंकिंग में जगह
विषयवार जारी क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के मुताबिक बिजनेस और मैनेजमेंट स्टडीज के मामले में अहमदाबाद, बंगलोर और कलकत्ता के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) को टॉप के 50 संस्थानों में जगह मिली है। इनमें भी सबसे आगे अहमदाबाद का आईआईएम है जो टॉप-25 में शुमार है।
भारत से किन-किन संस्थानों को मिली जगह
डेवलपमेंट स्टडीज के मामले में जेएनयू दुनिया का 20वां सबसे अच्छा संस्थान है। इसके अलावा बिजनेस और मैनेजमेंट स्टडीज के मामले में अहमदाबाद, बंगलोर और कलकत्ता के आईआईएम को टॉप-50 में जगह मिली है जिसमें आईआईएम अहमदाबाद तो टॉप-25 में है। इन सबके अलावा डेंटिस्ट्री के मामले में चेन्नई का सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज (Saveetha Institute of Medical and Technical Sciences) दुनिया भर में 24वें स्थान पर है।
क्यूएस की सीईओ जेसिका टर्नर का कहना है कि उच्च शिक्षा को की क्वालिटी, एक्सेस और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को लेकर भारत सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। चुनौतियों के बावजूद यह अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक समुदाय में अहम बना हुआ है। रैंकिंग में भारत की रिसर्च क्षमता के मजबूत होने का संकेत मिल रहा है। हालांकि अभी भी बाकी देशों के मामले में वैश्विक जर्नल में प्रभावी रिसर्च पब्लिश करने के मामले में यह काफी पीछे हैं। क्यूएस के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट बेन सोटर का कहना है कि ऊंची गुणवत्ता वाले, प्रभावी रिसर्च को प्राथमिकता देना और एकेडमिक कम्यूनिटी के भीतर इसका प्रसार भारत के लिए अगला जरूरी कदम है।