5 मई को NEET-UG के कथित पेपर लीक और धोखाधड़ी की जांच बिहार से निकलकर अब महाराष्ट्र के मराठवाड़ा तक पहुंच गई है। ATS ने रविवार सुबह घोटाले के जुड़े मराठवाड़ा इलाके में शिक्षकों समेत कई लोगों से पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक, देश के अलग-अलग हिस्सों जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से मिले इनपुट के कारण पुलिस महाराष्ट्र पहुंची। जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ रहा है, अलग-अलग एजेंसियां और टीमें मामले की जांच कर रही हैं।
केंद्र ने शनिवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के डायरेक्टर जनरल सुबोध सिंह को हटा दिया और मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG में अनियमितताओं की जांच CBI को सौंप दी।
शिक्षा मंत्रालय ने एजेंसी के कामकाज की समीक्षा करने और परीक्षा सुधारों की सिफारिश करने के लिए ISRO के प्रमुख के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यों वाले पैनल का गठन किया।
इस पैनल ने NEET-PG एंट्रेस को स्थगित कर दिया, जो हाल के दिनों में प्रभावित होने वाली चौथी प्रवेश परीक्षा है।
अब किसे मिली NTA की जिम्मेदारी?
इंडियन ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन (ITPO) के चेयरमैन और MD प्रदीप सिंह खरोला को नियमित पदाधिकारी की नियुक्ति तक NTA का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कुछ प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की अखंडता पर हालिया आरोपों के मद्देनजर "एहतियात के चलते" एंट्रेंस एग्जाम से एक रात पहले NEET-PG एंट्रेंस को स्थगित करने की घोषणा की।
ये कदम CSIR-UGC-NET के जून में होने वाले एग्जाम को स्थगित किए जाने के एक दिन बाद उठाया गया है। ज्वाइंट CSIR-UGC-NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप और असिस्टेंड प्रोफेसर के लिए पात्रता और साइंस कोर्स में PhD करने के लिए आयोजित कराई जाती है।
वहीं दूसरी ओर CBI ने NEET-UG में कथित गड़बड़ियों के संबंध में एक FIR दर्ज की है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। केंद्र की तरफ से एजेंसी को परीक्षा में कथित खामियों की जांच सौंपने की घोषणा के एक दिन बाद ये FIR दर्ज की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी संदर्भ के आधार पर CBI ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है। करीब 24 लाख छात्रों ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा दी है।
सरकार को छात्रों की मांग माननी पड़ी
मंत्रालय को कथित अनियमितताओं की जांच के लिए कई शहरों में प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग माननी पड़ी।
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "पांच मई को आयोजित नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं, धोखाधड़ी और कदाचार के कुछ मामले सामने आए हैं।"
अधिकारी ने कहा, "एक समीक्षा के बाद परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए ये निर्णय लिया गया कि मामले को व्यापक जांच के लिए CBI को सौंप दिया जाए।"