Dadasaheb Phalke Awards 2024: दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार (30 सितंबर) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में यह जानकारी दी। रेल मंत्री ने कहा कि यह घोषणा करते हुए मुझे गर्व हो रहा है कि दादा साहेब फाल्के चयन जूरी ने अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पुरस्कार देने का फैसला किया है। बता दें कि मिथुन चक्रवर्ती को बॉलीवुड का 'डिस्को किंग' कहा जाता है।
इस साल की शुरुआत में मिथुन चक्रवर्ती को भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई थी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 8 अक्टूबर को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) को यह पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Awards) प्रदान किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि दिग्गज अभिनेता को उनकी उल्लेखनीय सिनेमाई यात्रा और भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। दादा साहब फाल्के पुरस्कार की पिछली विजेता वहीदा रहमान थीं। वह गाइड, प्यासा, कागज के फूल और चौदहवीं का चांद जैसी फिल्मों में अपने काम के लिए मशहूर हैं।
मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिलने की खबर उनके पद्म भूषण से सम्मानित होने के कुछ ही महीनों बाद आई है। यह समारोह अप्रैल में हुआ था। उस वक्त अभिनेता को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान स्वीकार करते हुए देखा गया था।
सम्मान स्वीकार करने के बाद उन्होंने कहा, "मैं बहुत खुश हूं। मैंने अपने जीवन में कभी किसी से अपने लिए कुछ नहीं मांगा। जब मुझे गृह मंत्रालय से फोन आया कि मुझे पद्म भूषण से सम्मानित किया जा रहा है, तो मैं एक मिनट के लिए चुप हो गया क्योंकि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी।"
मिथुन चक्रवर्ती का जन्म कलकत्ता में हुआ था। मिथुन ने 1977 में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। वह पहली ही फिल्म से राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले कुछ अभिनेताओं में से वह एक बन गए। अभिनेता ने Mrigayaa से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। फिर 1982 में उनकी फिल्म 'डिस्को डांसर' रिलीज होने के बाद वे छा में आ गए।
इस फिल्म ने एशिया, सोवियत संघ, पूर्वी यूरोप, मध्य पूर्व, तुर्की और अफ्रीका में शानदार कारोबार किया। मिथुन को तहेदर कथा (1992) और स्वामी विवेकानंद (1998) में उनकी भूमिकाओं के लिए दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं।
पिछले कुछ सालों में उन्होंने कई फिल्मों में काम किया है। इनमें अग्निपथ, मुझे इंसाफ चाहिए, हम से है जमाना, पसंद अपनी अपनी, घर एक मंदिर और कसम पैदा करने वाले की... जैसी कई फिल्में शामिल हैं। हाल के सालों में वे OMG: ओह माय गॉड और द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मों में नजर आए।