सुपरस्टार सनी देओल (Sunny Deol) ने अपनी टीम के माध्यम से 56 करोड़ रुपये के बैंक लोन और अपने जुहू स्थित घर की नीलामी के बारे में हालिया घटनाक्रम के बारे में पहली बार एक बयान जारी कर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इस घर के लिए लोन लिया था, जिसे वह चुका नहीं पाए। गदर 2 (Gadar 2) की बंपर सफलता के बाद ये खबर सामने आई है। बता दें कि बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने 56 करोड़ रुपये की वसूली के लिए एक्टर एवं भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद सनी देओल की संपत्ति की नीलामी फिलहाल रोक दी है। बैंक ने सोमवार को कहा कि तकनीकी कारणों से नीलामी की प्रक्रिया फिलहाल वापस ले ली गई है। दावा किया गया है कि 'गदर 2' स्टार पर 56 करोड़ रुपये का बकाया है।
हालिया घटनाक्रम के बारे में सनी देओल के हवाले से एक बयान में कहा गया है, 'हम इस मुद्दे को सुलझाने की प्रक्रिया में हैं और मुद्दा जल्द ही सुलझ जाएगा। हम इस पर कोई और अटकलें नहीं लगाने का अनुरोध करते हैं।'' इससे एक मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि OMG 2 स्टार सनी की मदद के लिए आगे आए और कथित तौर पर उनके जुहू स्थित घर को बचाने के लिए लोन का एक 'बड़ा हिस्सा' चुकाने की पेशकश की। हालांकि, कुछ ही देर बाद अक्षय कुमार के प्रवक्ता ने सफाई देते हुए कहा, 'ऐसे सभी दावे बिल्कुल फर्जी हैं।'
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) की ओर से रविवार को जारी सार्वजनिक नोटिस में कहा गया था कि बैंक मुंबई के टोनी जुहू इलाके में गांधीग्राम रोड पर स्थित सनी विला की संपत्ति कुर्क की है। नीलामी के लिए आरक्षित मूल्य 51.43 करोड़ रुपये और 5.14 करोड़ रुपये की बयाना राशि तय की गई है। ऑनलाइन माध्यम से 25 अगस्त को यह नीलामी की जाएगी। BOB ने सोमवार को जारी ऐसे ही एक नोटिस में कहा कि 20 अगस्त को जारी नोटिस को "तकनीकी कारणों से वापस लिया जाता है।"
बैंक ने क्यों वापस ली नोटिस?
पीटीआई के मुताबिक, बैंक से संपर्क करने पर उसने नोटिस वापस लेने की कोई वजह नहीं बताई। गुरदासपुर से लोकसभा सांसद सनी देओल बैंक से 55.99 करोड़ रुपये के लोन एवं ब्याज और जुर्माने पर चूक का सामना कर रहे हैं। उन पर यह मामला दिसंबर 2022 से जारी है। नीलामी के लिए जारी नोटिस के अनुसार, सनी विला के अलावा 599.44 वर्ग मीटर की संपत्ति में सनी साउंड्स भी शामिल है जो कि देओल परिवार के स्वामित्व में है। सनी साउंड्स कर्ज का कॉर्पोरेट गारंटर है। सनी के पिता एवं दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र लोन के व्यक्तिगत गारंटर हैं। नोटिस के अनुसार, 2002 के सरफेसी अधिनियम के प्रावधानों के तहत होने वाली नीलामी को रोकने के लिए एक्टर के पास अब भी बैंक को बकाया चुकाने का विकल्प है।
कांग्रेस ने बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद और एक्टर सनी देओल के बंगले की ई-नीलामी संबंधी नोटिस को कथित तौर पर वापस लिए जाने को लेकर सोमवार को सवाल खड़े किए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने पूछा कि आखिर 'तकनीकी कारणों' का हवाला देने के लिए बैंक को किसने प्रेरित किया?
रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "कल दोपहर को देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने भाजपा सांसद सनी देओल के जुहू स्थित आवास को ई-नीलामी के लिए रखा है, क्योंकि उन्होंने बैंक को 56 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। आज सुबह 24 घंटे से भी कम समय में देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने 'तकनीकी कारणों' से नीलामी नोटिस वापस ले लिया है।"