Ganesh Chaturthi 2022: महाराष्ट्र का सबसे बड़ा त्योहार गणेशोत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस बीच गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) से पहले मुंबई (Mumbai) के सबसे मशहूर लालबागचा राजा यानी लालबाग के राजा (Lalbaugcha Raja) की पहली झलक दिखाई गई है। पिछले दो साल से कोरोना (Coronoa) पाबंदियों के चलते यह त्योहार साधारण तरीके मनाया गया था। हालांकि अब इस साल का गणेशोत्सव कोरोना पाबंदियों के हटने से बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला है।
बता दें कि लालबाग में गणेश जी की प्रतिमा बीते 88 साल से स्थापित हो रही है। सार्वजनिक गणेश मंडल संस्था वर्ष 1934 से यहां गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करती आ रही है। लालबागचा के पंडाल में हर साल मशहूर हस्तियों समेत लाखों श्रद्धालु आते हैं।
लालबाग में हर साल भगवान गणेश की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाती है। यहां दूर-दूर से भक्त दर्शन-पूजन को आते हैं। इस साल स्थापित होने वाले लाल बाग के राजा का पहला लुक सामने आ गया है। मुंबई का सबसे प्रसिद्ध गणेश पंडाल है। इस पंडाल में पिछली बार भगवान गणेश को भगवान विष्णु के अवतार का रूप दिया गया था। पिछली साल कोरोना के चलते लालबाग के राजा की सिर्फ ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई थी। इस बार महाराष्ट्र सरकार आगामी त्योहारों को देखते हुए पहले ही सारे कोरोना प्रतिबंध हटाने का फैसला कर चुकी है।
मूर्ति की ऊंचाई पर लगी थी लिमिट
गणेश चतुर्थी समारोह 31 अगस्त से शुरू होकर 9 सितंबर को खत्म होगा। इसे विनायक चतुर्थी या विनायक चौथी (Vinayaka Chaturthi or Vinayaka Chavithi) भी कहा जाता है। हिंदुओं का यह प्रमुख त्योहार 11 दिनों तक चलता है। पिछले दो सालों में कोरोना वायरस महामारी के चलते ठाकरे सरकार ने मूर्तियों की ऊंचाई 4 फुट तक कर दी थी। यानी कोई भी मूर्ति 4 फुट से ज्यादा ऊंची नहीं होगी। इस बार शिंदे सरकार की मूर्ति की ऊंचाई पर लगी लिमिट को खत्म कर दिया है। जुलूस निकालने के लिए भी अनुमति दी जा चुकी है।
सड़कों की मरमत के दिए निर्देश
राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि राज्य की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए। शिंदे ने कहा कि जिन सड़कों से गणेश प्रतिमाओं का जुलूस निकलना है। खास तौर से उन सड़कों को दुरुस्त किया जाए। इतना ही नहीं अधिकारियों को मुंबई से कोंकण जाने वाले भक्तों के लिए टोल टैक्स माफ करने के निर्देश दिए हैं।