Gurgaon Violence: नूंह (Nuh) से शुरू हुई सांप्रदायिक झड़पें गुड़गांव (Gurugram) तक फैलते ही मंगलवार को बादशाहपुर में ताजा हिंसा भड़क उठी। बादशाहपुर के मेन मार्केट में मोटरसाइकिल और SUV पर आए लगभग 200 लोगों ने 14 दुकानों में तोड़फोड़ की। गुरुग्राम के सेक्टर 66 इलाके में भीड़ ने 7 दुकानों में आग लगा दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बादशाहपुर में भीड़ ने ज्यादातर बिरयानी की दुकानों और दूसरे फूड स्टॉल को निशाना बनाया।
हिंसा की ताजा घटना सोमवार को भीड़ की तरफ से गुड़गांव के सेक्टर 57 में एक मस्जिद पर हमला करने और उसे आग लगाने के एक दिन बाद आई। पुलिस ने कहा कि हमले में मस्जिद के नायब इमाम की मौत हो गई और कम से कम तीन घायल हो गए।
गुड़गांव के डिप्टी कमिश्नर निशांत यादव ने मंगलवार को न्यूज एजेंसी PTI को बताया, “कानून-व्यवस्था सामान्य है। कल नूंह में जो कुछ हुआ उसका असर सोहना पर भी पड़ा, हालांकि शाम तक स्थिति पर काबू पा लिया गया। हमने फ्लैग मार्च भी किया है... गुड़गांव में सेक्टर 57 की मस्जिद में एक मौत की खबर है, सोहना में 5 गाड़ियों को आग लगा दी गई और 2-3 दुकानों में तोड़फोड़ की गई।"
DC ने कहा, "हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे घरों के अंदर रहें, केवल बहुत जरूरी काम के लिए ही बाहर निकलें और अफवाहों पर विश्वास न करें।"
हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की तरफ से आयोजित 'बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा' के दौरान हिंसा भड़क गई। झड़प में मरने वालों की संख्या 5 हो गई है, जिसमें हरियाणा होम गार्ड के दो जवान भी शामिल हैं।
नूंह और गुरुग्राम में धारा 144 लागू
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने झड़पों के पीछे 'बड़ी साजिश' की ओर इशारा किया और गुड़गांव और नूंह में CrPC की धारा 144 लागू कर दी। कानूनी प्रावधान मजिस्ट्रेट को एक निर्दिष्ट क्षेत्र में चार या ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाने का अधिकार देता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में सांप्रदायिक झड़पों को बेहद चिंताजनक बताया। अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हरियाणा के नूंह (मेवात) में सांप्रदायिक हिंसा बेहद परेशान करने वाली है। पूर्वोत्तर में मणिपुर के बाद अब हरियाणा में ऐसी घटना अच्छा संकेत नहीं है।"