देश में इस साल मानसून (Monsoon) सीजन के दौरान सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अच्छी बारिश की खबर से कृषि उत्पादों की अधिक पैदावार और मंहगाई पर लगाम लगने की उम्मीद जगी है।
देश में इस साल मानसून (Monsoon) सीजन के दौरान सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अच्छी बारिश की खबर से कृषि उत्पादों की अधिक पैदावार और मंहगाई पर लगाम लगने की उम्मीद जगी है।
IMD के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्र ने बताया, "इस साल मानसून सीजन के दौरान लंबी अवधि के औसत बारिश के 103 फीसद रहने की संभावना है।" इससे पहले IMD ने अप्रैल में कहा था कि देश में सामान्य बारिश होगी जो लंबी अवधि के औसत का 99 प्रतिशत होगी। लंबी अवधि के औसत से यहां मतलब साल 1971-2020 तक के 50 सालों की अवधि के दौरान देश में हुई औसत बारिश से है।
महापात्र ने कहा कि खेतीबाड़ी के लिए बारिश पर अधिक निर्भर रहने वाले गुजरात से लेकर ओडिशा तक के राज्यों में इस साल औसत का 106 फीसदी बारिश होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि मध्य भारत और दक्षिण प्रायद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है, जबकि उत्तर-पूर्व और उत्तर-पश्चिम इलाकों में सामान्य बारिश होने की संभावना है।
लगातार चौथे साल सामान्य बारिश
यह लगातार चौथा साल है जब देश में सामान्य मानसून का अनुमान जताया गया हे। इससे पहले, भारत में 2005-08 और 2010-13 के दौरान लगातार चार सालों तक सामान्य मानसून देखा गया था। महापात्र ने कहा कि निकट भविष्य में भारत में सामान्य मानसून देखने को मिल सकता है क्योंकि सामान्य से कम बारिश का दशक समाप्त होने वाला है। उन्होंने कहा, "हम अब सामान्य मानसून वाले समय की दिशा में बढ़ रहे हैं।"
क्या मानूसन के ऐलान में विभाग ने की जल्दबाजी?
यह पूछे जाने पर कि क्या IMD ने केरल में मानसून की शुरुआत का ऐलान करने में जल्दबाजी कर दी, इस पर महापात्र ने कहा कि विभाग ने मानसून की शुरुआत और प्रगति की घोषणा करने के लिए एक वैज्ञानिक प्रक्रिया का पालन किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि केरल के 70% मौसम केंद्रों ने काफी व्यापक बारिश की सूचना दी थी और क्षेत्र में तेज पछुआ हवाओं और बादलों के बनने से संबंधित अन्य मापदंड पूरे होते थे।
बता दें कि आईएमडी ने 29 मई को कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने सामान्य निर्धारित समय एक जून से तीन दिन पहले ही रविवार 29 मई को केरल पहुंच गया।
जून में तापमान सामान्य से कम रहेगा
महापात्र ने कहा कि मौजूदा स्थितियां अगस्त तक जारी रहने की उम्मीद है और भारत में मानसून की बारिश के लिए शुभ संकेत है। महापात्र ने कहा कि जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में जून में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।
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