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'भारत रूस जैसा नहीं है, वह चीन से भी अलग है', कनाडा के साथ जारी विवाद पर ऐसा क्यों बोला अमेरिका

India-Canada Row: अमेरिकी NSA ने इस मुद्दे पर अमेरिका और कनाडा के बीच मतभेद की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। मीडिया के एक वर्ग में ऐसे संकेत दिए जा रहे थे। सुलीवन ने कहा, "हमें आरोपों को लेकर चिंतित हैं और हम चाहेंगे कि जांच आगे बढ़े और आरोपियों को सजा मिले। सार्वजनिक रूप से यह बात सामने आने के बाद से ही अमेरिका इसी रुख पर कायम है और जब तक यह सुलझ नहीं जाता है हम इसी रुख पर कायम रहेंगे।"

Akhileshअपडेटेड Sep 22, 2023 पर 1:09 PM
'भारत रूस जैसा नहीं है, वह चीन से भी अलग है', कनाडा के साथ जारी विवाद पर ऐसा क्यों बोला अमेरिका
India-Canada Row: अमेरिकी NSA ने इस मुद्दे पर अमेरिका और कनाडा के बीच मतभेद की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया

India-Canada Row: भारत और कनाडा के बीच जारी विवाद पर अमेरिका का बयान सामने आया है। अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि वह कनाडा में सिख अलगाववादी नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोपों की जांच के कनाडा के प्रयासों का समर्थन करता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कनाडा-भारत मुद्दे पर पीएम मोदी से बात करने का इरादा रखते हैं, इस सवाल पर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन (US NSA Jake Sullivan) ने कहा, "मैं उन निजी राजनयिक बातचीत में शामिल नहीं होने जा रहा हूं जो इस विषय पर पहले ही हो चुकी हैं या होने वाली हैं। हम इस मुद्दे पर उच्च स्तर पर भारतीयों के साथ संपर्क में हैं और रहेंगे। यह हमारे लिए चिंता का विषय है। यह कुछ ऐसा है जिसे हम गंभीरता से लेते हैं। यह कुछ ऐसा है जिस पर हम काम करना जारी रखेंगे।"

सुलिवन ने इस मुद्दे पर अमेरिका और कनाडा के बीच मतभेद की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। मीडिया के एक वर्ग में ऐसे संकेत दिए जा रहे थे। सुलीवन ने कहा, "हमें आरोपों को लेकर चिंतित हैं और हम चाहेंगे कि जांच आगे बढ़े और आरोपियों को सजा मिले। सार्वजनिक रूप से यह बात सामने आने के बाद से ही अमेरिका इसी रुख पर कायम है और जब तक यह सुलझ नहीं जाता है हम इसी रुख पर कायम रहेंगे।"

अमेरिका कनाडा के आरोपों से चिंतित

व्हाइट हाउस प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सुलिवन ने पुष्टि की कि अमेरिका कनाडा के आरोपों के बारे में गहराई से चिंतित था। इसकी जांच का समर्थन करता था और चाहता था कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए। यह पूछे जाने पर कि क्या राष्ट्रपति बाइडेन इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करना चाहते हैं और क्या यह भारत और अमेरिका के बीच दरार पैदा कर सकता है? इस पर सुलिवन ने कहा कि वह निजी राजनयिक बातचीत में शामिल नहीं होंगे, लेकिन इस मुद्दे पर उच्चतम स्तर पर चर्चा हुई है।

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