India To Bharat: कैसे पड़ा हमारे देश का नाम इंडिया, डालें इतिहास पर एक नजर
India To Bharat: दो दर्जन से ज्यादा विपक्षी दलों की तरफ से 'I.N.D.I.A' नाम से गठबंधन बनाने के बाद चल रहे विवाद के बीच ये कदम उठाया गया है। इस बीच, CNN-News ने सूत्रों के हवाले से कहा कि सरकार संसद के विशेष सत्र के दौरान इंडिया का नाम बदलकर भारत करने के लिए एक नया प्रस्ताव ला सकती है। इस सब के बीच आइए हमारे देश का नाम 'इंडिया' कैसे पड़ा उस पर एक नजर डालते
India To Bharat: कैसे पड़ा हमारे देश का नाम इंडिया, डालें इतिहास पर एक नजर
राष्ट्रपति भवन ने कथित तौर पर इस हफ्ते के आखिर में G20 रात्रिभोज (G20 Dinner) के लिए 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' के बजाय 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' (President of Bharat) के नाम पर निमंत्रण भेजा है। इस पत्र के सामने आने के बाद से कयास तेज हो गए हैं कि सरकार देश के अंग्रेजी नाम इंडिया (India) को हटा कर सभी आधिकारिक दस्तावेज में सिर्फ भारत (Bharat) करने जा रही है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने X पर पोस्ट किया कि "राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को G20 रात्रिभोज के लिए सामान्य 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' के बजाय 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' के नाम पर निमंत्रण भेजा।"
दो दर्जन से ज्यादा विपक्षी दलों की तरफ से 'I.N.D.I.A' नाम से गठबंधन बनाने के बाद चल रहे विवाद के बीच ये कदम उठाया गया है। इस बीच, CNN-News ने सूत्रों के हवाले से कहा कि सरकार संसद के विशेष सत्र के दौरान इंडिया का नाम बदलकर भारत करने के लिए एक नया प्रस्ताव ला सकती है।
इस सब के बीच आइए हमारे देश का नाम 'इंडिया' कैसे पड़ा उस पर एक नजर डालते:
'इंडिया' शब्द का एक समृद्ध और आकर्षक इतिहास है, जिसका पता प्राचीन काल से लगाया जा सकता है। इसकी उत्पत्ति 'सिंधु' शब्द से हुई है, जो मूल रूप से सिंधु नदी के नाम से लिया गया है।
वर्ल्ड हिस्ट्री इनसाइक्लोपीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, पूरे इतिहास में, अलग-अलग सभ्यताओं और भाषाओं ने 'इंडिया' नाम को प्रभावित किया और आकार दिया है।
सिंधु नदी और उसकी संस्कृति की उत्पति
'सिंधु' शब्द का जिक्र सबसे पहले ऋग्वेद में मिलता है, जो 1700-1100 ईसा पूर्व के बीच रचे गए सबसे पुराने भारत-यूरोपीय ग्रंथों में से एक है। ये पवित्र ग्रंथ भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में लिखा गया था और इसका महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और भाषाई महत्व है। ऋग्वेद में, 'सिंधु' सिंधु नदी का प्रतिनिधित्व करती है, जो प्राचीन भारतीय सभ्यता के विकास के लिए महत्वपूर्ण थी।
हिंडोस, इंडोस और ग्रीक कनेक्शन
जैसे-जैसे प्राचीन भारत के सांस्कृतिक और भौगोलिक ज्ञान का विस्तार हुआ, पड़ोसी अरब और ईरानियों को 'सिंधु' शब्द सुनने को मिला, लेकिन वे 'स' को 'ह' बोला करते थे। इस तरह, सिंधु नदी के पार की जमीन को ये पड़ोसी संस्कृतियां 'हिंदू' कहने लगीं। यूनानियों ने 'हिंदू' शब्द को 'इंडोस' के रूप में अपनाया और इसे वे 'इंडस' कहते थे, जिनका भारतीय उपमहाद्वीप के साथ अपना एक अलग अनुभव था।
बीजान्टिन एथनोग्राफी और फारसी शिलालेखों में इंडिया
बीजान्टिन एथनोग्राफी में, 'इंडिया' (Ἰνδία, इंडिया) सिंधु नदी के पार वाले इलाके को कहा जाता था। इसका पता हेरोडोटस के लेखन में लगाया जा सकता है, जिसने "इंडिन लैंड" की ओर संकेत किया था।
इसके अलावा, अवेस्तान शब्द 'हिन्दूज', जो 'इंडोस' से लिया गया है, खासतौर से सिंध वाले इलाके को संदर्भित करता है। रिपोर्ट के अनुसार, फारसी सम्राट डेरियस I (550-486 ईसा पूर्व) की तरफ से पर्सेपोलिस छत शिलालेख में विजित क्षेत्र के रूप में इसके शामिल होने से इसका सबूत मिलता है।
अंग्रेजी में 'इंडिया' नाम का विकास
अंग्रेजी शब्द 'इंडिया' लैटिन से लिया गया है और अंग्रेजी भाषा पर इसका प्रभाव देखने को मिला है। ये नाम पुरानी अंग्रेजी में जाना जाता था, जो किंग अल्फ्रेड के ओरोसियस के अनुवाद में दिखाई देता है। हालांकि, फ्रांसीसी भाषा में, 'इंडिया' को 'Ynde' या 'Inde' से बदल दिया गया।
शुरुआती आधुनिक अंग्रेजी के अंतिम चरण (15वीं शताब्दी के उत्तरार्ध से 1650 ईस्वी तक) तक 'इंडिया' नाम फिर से सामने नहीं आया। इस पुनरुद्धार का श्रेय लैटिन, स्पैनिश या पुर्तगाली के प्रभाव को दिया जा सकता है, जिसने इस शब्द को फिर से पेश किया। इस कारण, 'इंडिया' किंग जेम्स बाइबिल के पहले संस्करण और प्रसिद्ध नाटककार विलियम शेक्सपियर के कामों में भी दिखाई दिया।
तब से 'इंडिया' नाम अंग्रेजी इस्तेमाल में बना हुआ है, जो उस विशाल और विविध भूमि का प्रतिनिधित्व करता है, जिसे आज हम भारत देश के रूप में जानते हैं।
संक्षेप में, 'INDIA' नाम इतिहास में गहराई से निहित है और समय के साथ विकसित हुआ है। इसकी उत्पत्ति संस्कृत में 'सिंधु' शब्द से हुई है, जिसे पड़ोसी संस्कृतियों की तरफ से 'हिंदोस' या 'इंडोस' कहा जाता है, और आखिरकार अलग-अलग भाषाई प्रभावों के जरिए अंग्रेजी में 'इंडिया' के रूप में अपनाया गया।