कौन हैं इंफोसिस के को-फाउंडर क्रिस गोपालकृष्णन, जिनके खिलाफ SC/ST एक्ट में हुआ FIR? कुल संपत्ति ₹35000 करोड़ से भी अधिक

इंफोसिस के को-फाउंडर और पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित क्रिस गोपालकृष्णन (Kris Gopalakrishnan) पर एससी/एसटी एक्ट (SC/ST Atrocities Act) के तहत केस दर्ज किया गया है। उनके अलावा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) के पूर्व डायरेक्टर बालाराम समेत 16 अन्य लोग भी इस मामले में आरोपी बनाए गए हैं। यह मामला बेंगलुरु के सदाशिव नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है।

अपडेटेड Jan 28, 2025 पर 12:16 PM
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क्रिस गोपालकृष्णन ने 2007 से 2011 तक इंफोसिस के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम किया

इंफोसिस के को-फाउंडर और पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित सेनापति क्रिस गोपालकृष्णन (Senapathy Kris Gopalakrishnan) पर एससी/एसटी एक्ट (SC/ST Prevention of Atrocities Act) के तहत केस दर्ज किया गया है। उनके अलावा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) के पूर्व डायरेक्टर बालाराम समेत 16 अन्य लोग भी इस मामले में आरोपी बनाए गए हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। यह मामला बेंगलुरु के सदाशिव नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। यह केस कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ है। केस दर्ज कराने वाले व्यक्ति का नाम दुर्गप्पा बताया गया है, जो कि बुवी जनजाति से आते हैं। वे IISc के सेंटर फॉर सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी के पूर्व फैकल्टी मेंबर हैं।

दुर्गप्पा ने आरोप लगाया है कि उन्हें हनी ट्रैप के एक मामले में झूठा फंसाया गया और 2014 में उनकी नौकरी छीन ली गई। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके साथ जातिगत आधार पर दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें धमकाया गया।

इस मामले में जिन अन्य लोगों पर केस दर्ज हुआ है, उनमें गोविंदन रंगराजन, श्रीधर वारियर, संध्या संध्या विश्वेश्वरैया, हरी के वी एस, दासप्पा, बलराम पी, हेमलता महिशी, चट्टोपाध्याय के, प्रदीप डी सावकर और मनोहरन शामिल हैं। खबर लिखे जाने तक इस मामले में क्रिस गोपालकृष्णन या IISc की ओर से कोई बयान नहीं आया था। बता दें कि क्रिस गोपालकृष्णन, IISc के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के सदस्य के रूप में भी काम करते हैं।


कौन है क्रिस गोपालकृष्णन?

क्रिस गोपालकृष्णन, इंफोसिस के को-फाउंडरों में से एक हैं। उन्होंने 2007 से 2011 तक कंपनी के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम किया। वहीं 2011 से 2014 तक वह कंपनी के वाइस चेयरमैन रह चुके हैं। भारत सरकार ने जनवरी 2011 में गोपालकृष्णन को पद्म भूषण से सम्मानित किया, जो देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।

गोपालकृष्णन को 2013-14 के लिए कॉन्फेडेरशन ऑफ इंडिया इंडस्ट्री (CII) का अध्यक्ष चुना गया था और जनवरी 2014 में उन्होंने दावोस में आयोजित होने वाले वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरस के सह-अध्यक्षों में से एक के रूप में काम किया।

क्रिस गोपालकृष्णन ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास से फिजिक्स और कंम्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की हुई है। क्रिस के लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, वे इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियर्स (INAE) के फेलो हैं और भारत के इंस्टीट्यूशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशंस इंजीनियर्स संस्थान (IETE) के ऑनरी फेलो हैं।

35,400 करोड़ रुपये है कुल नेटवर्थ

फोर्ब्स की रियलटाइम बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक, क्रिस गोपालकृष्षण की कुल संपत्ति फिलहाल करीब 4.1 अरब डॉलर (करब 35,400 करोड़ रुपये) है। फोर्ब्स के मुताबिक, साल 2024 में वह भारत के 73वें सबसे अमीर आदमी थे। वहीं दुनिया के अमीरों की लिस्ट में उनका स्थान 920वें नंबर पर था।

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First Published: Jan 28, 2025 12:16 PM

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