इस मामले में विरोध-प्रदर्शन कर रहे एक जूनियर डॉक्टर ने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी डॉक्टरों की अहम मांग थी, क्योंकि रेप-मर्डर केस में सबूतों से छेड़छाड़ के मामले में भी इनकी भूमिका की बात कही जा रही है। इस डॉक्टर ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ के मामले में अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की। जूनियर डॉक्टर का कहना था, 'हम सबूतों से छेड़छाड़ के मामले में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपिल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के पूर्व ऑफिसर इन-चार्ज अभिजीत मंडल की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। हमें खुशी है कि सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। जांच एजेंसी को उन लोगों को भी गिरफ्तार करना चाहिए, जिन्होंने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है।' इस बीच, जूनियर डॉक्टरों और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच जारी गतिरोध को दूर करने के लिए हो रही बातचीत भी असफल रही है।