महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप (Mahadev Online Betting App) के मालिकों के घरेलू बिजनेसमैन और हवाला ऑपरेटर्स के अलावा पाकिस्तान से भी संबंध होने का संदेह है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सूत्रों ने न्यूज 18 को ये जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि सट्टेबाजी घोटाले की जांच कर रही ED अब सामने आए नई जानकारी के आधार पर ग्लोबल एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एजेंसियों से सहयोग मांग सकती है। इस कंपनी के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल है और यह दुबई से अपना कारोबार कर रही थी।
कंपनी कथित तौर पर नए यूजर्स को इनरोल करने, यूजर्स आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों के एक पूरे जाल के जरिए पैसों की हेरफेर के लिए ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप का इस्तेमाल करती थी। घोटाले में शामिल राशि के पहले से ही 5,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है और जांच आगे बढ़ने पर यह और बढ़ सकता है।
यह पूरी जांच तब शुरू हुई, जब 28 वर्षीय सौरभ चंद्राकर यूएई में 250 करोड़ रुपये की अपनी भव्य शादी के बाद चर्चा में आए। इसके बाद जांच एजेंसियों को यूएई और पाकिस्तान के कथित हवाला ऑपरेटर और उनके कनेक्शन के जानकारी मिले। करीब 8 प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाला ऑपरेटर एक जैसे वेबपोर्टल चलाकर खाड़ी देशों और पाकिस्तान में धन की हेराफेरी करने के आरोप में जांच के दायरे में हैं। चंद्राकर और उनके सहयोगियों ने कथित तौर पर विदेशी खातों में मनी-लॉन्ड्रिंग के लिए कम से कम 70 फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल किया।
जांच के घेरे में सेलिब्रिटीज
ईडी के सूत्रों ने कहा कि इस साल फरवरी में चंद्राकर की शादी और पिछले साल सितंबर में कंपनी की सक्सेस पार्टी में भाग लेने या परफॉर्मेंस देने के लिए श्रद्धा कपूर, टाइगर श्रॉफ, सोनाक्षी सिन्हा सहित करीब 17 बॉलीवुड हस्तियां जांच के दायरे में हैं।
उन्होंने कहा, “मशहूर हस्तियों ने शादी में भाग लेने या परफॉर्मेंस देने के लिए फीस के रूप में बड़ी मात्रा में कैश स्वीकार किया। यह पैसा अपराध से मिली आय है और सेलिब्रिटी पैसे लेने के लिए जवाबदेह हैं। ईडी के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, "शादी में एक दर्जन से अधिक मशहूर हस्तियों ने भाग लिया और वे वीडियो में नजर आ रहे हैं।" ED अब ऐप मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से सहयोग लेने के विकल्प तलाश रही है, जो फिलहाल संयुक्त अरब अमीरात में है।
राजनीति से लेकर मौसम तक, हर चीज पर सट्टा लगाने का विकल्प
महादेव सट्टेबाजी ऐप्स में दुनिया की हर चीज के लिए अलग-अलग गेम, लॉटरी और सट्टेबाजी के विकल्प हैं। इसमें चुनाव नतीजों, मैच से लेकर मौसम तक की भविष्यवाणी शामिल है। यह पिछले 4 सालों से चालू है। सारदा और रोज वैली घोटालों जैसी अन्य पोंजी स्कीमों की तरह, इस ऑनलाइन ऐप ने भी निचले आय वर्ग के लोगों को टारगेट किया। खेल, लॉटरी और सट्टेबाजी के सभी विकल्पों में धांधली हुई, जहां 'खेलने वालों' ने हमेशा पैसा खोया और कंपनी को फायदा हुआ।
ED ने घोटाले के पीड़ितों की ओर से दाखिल कम से कम 7 FIR को एक साथ जोड़कर उनकी जांच शुरू की है। ये FIR गोवा, मुंबई, विशाखापत्तनम, अहमदाबाद और छत्तीसगढ़ सहित कई स्थानों पर दर्ज की गईं।