PM Modi in US: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार 22 जून को व्हाइट हाउस पहुंचे, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मोदी ने इस जोरदार स्वागत के लिए बाइडेन का आभार जताया और इसे "140 करोड़ भारतीयों के लिए सम्मान" बताया। पीएम मोदी ने व्हाइट हाउस में कहा, "मैं सबसे पहले राष्ट्रपति बाइडेन के मित्रतापूर्ण स्वागत और उनके संबोधन के लिए उनका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आज व्हाइट हाउस में शानदार स्वागत समारोह से एक प्रकार से भारत के 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान और गौरव है। ये सम्मान अमेरिका में रहने वाले 4 मिलियन से अधिक भारतीय लोगों का भी सम्मान है।"
उन्होंने कहा, "पीएम बनने के बाद मैं कई बार व्हाइट हाउस गया हूं। यह पहली बार है जब व्हाइट हाउस के दरवाजे इतनी बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए खोले गए हैं। भारतीय समुदाय के लोग अपने टैलेंट से अमेरिका में भारत की शान बढ़ा रहे हैं। आप सब हमारे संबंधों की असली ताकत हैं"
मोदी ने कहा, "पोस्ट कोविड काल में विश्व व्यवस्था एक नया आकार ले रहा है। इस कालखंड में भारत और अमेरिका की दोस्ती पूरी दुनिया की ताकत को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी। दोनों देश वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धता के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
उन्होंने कहा, "अब से कुछ ही देर में मैं और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन भारत और अमेरिका संबंधों, क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। मुझे यकीन है कि हमेशा की तरह हमारी बातचीत सकारात्मक रहेगी।"
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मोदी का व्हाइट हाउस में स्वागत करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री आपका फिर से स्वागत है। मैंने हमेशा विश्वास किया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच यह रिश्ता 21वीं सदी के सबसे अहम संबंधों से एक है। हमारे संविधान के पहले शब्द यही है कि 'हम, देश के नागरिक, हमारे लोगों के बीच स्थाई संबंध और साझे मूल्य और वर्तमान के मुद्दों से निपटने के लिए वैश्विक नेताओं के रूप में हमारी साझी ज़िम्मेदारी है।"
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि संयुक्त राज्य अमेरिका करीब 15 साल सालों में पहली बार भारत गणराज्य के लिए एक आधिकारिक राजकीय यात्रा की मेजबानी कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी आपका व्हाइट हाउस में स्वागत है।"
उन्होंने कहा, "आपके सहयोग से, हमने स्वतंत्र, खुले, सुरक्षित और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के लिए 'क्वाड (QUAD)' को मजबूत किया है। अब से दशकों बाद, लोग पीछे मुड़कर देखेंगे और कहेंगे कि क्वाड ने वैश्विक भलाई के लिए इतिहास की दिशा को मोड़ दिया।"