Vande Bharat Express: पीएम मोदी 27 जून को एक साथ 5 वंदे भारत ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी, देखें पूरा रूट और शेड्यूल

Vande Bharat Express: प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार 27 जून को मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी राजधानी भोपाल स्थित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें से दो ट्रेनें मध्य प्रदेश में शुरू की जाएंगी। जबकि 1 दक्षिण भारत में, 1 बिहार में और आखिरी ट्रेन मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। इसके साथ ही देश में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की कुल संख्या बढ़कर 23 तक पहुंच जाएगी।

अपडेटेड Jun 26, 2023 पर 4:42 PM
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Vande Bharat Express: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वयं मौजूद रहेंगे

इंडियन रेलवे (Indian Railway) लगातार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों (Vande Bharat Express) को चलाता जा रहा है। एक के बाद एक सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत पटरी पर दौड़ रही हैं। अब जल्द ही एक-दो नहीं बल्कि एक साथ पांच वंदे भारत ट्रेनों का तोहफा मिलने वाला है। जी हां, 27 जून यानी मंगलवार को पांच नई वंदे भारत (Vande Bharat Train) ट्रेनें लॉन्च होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी राजधानी भोपाल स्थित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें से दो ट्रेनें मध्य प्रदेश में शुरू की जाएंगी। जबकि एक दक्षिण भारत में, एक बिहार में और आखिरी ट्रेन मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। इसके साथ ही देश में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की कुल संख्या बढ़कर 23 तक पहुंच जाएगी।

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री जिन पांच ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे, उनमें रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस और हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।


रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत

PMO ने कहा कि रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस महाकौशल क्षेत्र (जबलपुर) को मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी। इससे, भेड़ाघाट, पचमढ़ी, सतपुड़ा आदि पर्यटन स्थलों की ओर आवाजाही सुलभ होगी। यह ट्रेन इस रूट की मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग 30 मिनट तेज होगी। यह प्रदेश की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। नई दिल्ली-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस पहले शुरू की गई थी। एमपी की पहली वंदे भारत ट्रेन भारत में अपनी कैटेगरी में सबसे तेज ट्रेन मानी जाती है।

खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस

खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस मालवा क्षेत्र (इंदौर) और बुंदेलखंड क्षेत्र (खजुराहो) को मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी जिससे दोनों क्षेत्रों के संपर्क में सुधार होगा। इससे महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो, पन्ना जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को लाभ मिलेगा। यह ट्रेन इस रूट पर सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन की तुलना में लगभग 2.30 घंटे तेज होगी। दिल्ली-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस को भारत की सबसे तेज वंदे भारत ट्रेनों में से एक माना जाता है।

मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस

मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गोवा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। यह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगांव स्टेशन के बीच चलेगी। नई हाई-स्पीड ट्रेन से यात्रा का समय एक घंटे से अधिक कम हो जाएगा। PMO ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह दोनों स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान की सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग एक घंटे की यात्रा के समय को बचाने में मददगार होगी।

धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस

धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस कर्नाटक के महत्वपूर्ण शहरों धारवाड़, हुबली और दावणगेरे को राज्य की राजधानी बेंगलुरु से जोड़ेगी। PMO ने कहा कि इससे क्षेत्र में पर्यटकों, छात्रों, उद्योगपतियों आदि को बहुत लाभ होगा। यह ट्रेन इस मार्ग की मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग 30 मिनट अधिक गति से चलेगी। नई वंदे भारत एक्सप्रेस बेंगलुरु और हुबली-धारवाड़ के बीच लगभग 490 किलोमीटर की दूरी 6 घंटे और 13 मिनट में तय करेगी। ट्रेन बेंगलुरु से सुबह 5:45 बजे रवाना होगी और सुबह 11:58 बजे धारवाड़ रेलवे स्टेशनों पर पहुंचेगी।

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पटना-रांची वंदे भारत एक्सप्रेस

हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस झारखंड और बिहार के लिए पहली वंदे भारत होगी। PMO ने कहा कि पटना और रांची के बीच संपर्क बढ़ाने वाली यह ट्रेन पर्यटकों, छात्रों और व्यवसाइयों के लिए वरदान साबित होगी। यह दोनों स्थानों को जोड़ने वाली, वर्तमान की सबसे तेज ट्रेन की तुलना में, यात्रा के लगभग एक घंटे और पच्चीस मिनट के समय को बचाने में मदद करेगी। यह टाटीसिलवाई, बीआईटी मेसरा, बरकाकाना और हजारीबाग से भी गुजरेगी।

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