AAP-Nirbhar Vs Atmanirbhar: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर राजधानी के तीन नगर निकायों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा। शाह ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी (AAP) चाहती है कि दिल्ली ‘आप निर्भर’ हो जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) चाहती है कि राष्ट्रीय राजधानी 'आत्मनिर्भर' हो।
उन्होंने लोगों से दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव में इन दोनों में से एक का चयन करने की अपील की। शाह ने दिल्ली तेहखंड में कचरे से बिजली बनाने के प्लांट का उद्घाटन करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने पूर्व के तीन नगर निकायों के साथ सौतेला व्यवहार किया। उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल सरकार पर इन तीनों निकायों के 40 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वे (केजरीवाल नीत पार्टी) चाहते हैं कि दिल्ली ‘आप’ निर्भर बने। हम चाहते हैं कि यह आत्मनिर्भर बने। अगले दिल्ली नगर निगम चुनाव में लोगों को चुनना होगा कि वे आप निर्भर बनना चाहते हैं या आत्मनिर्भर।
'केजरीवाल मानते हैं कि विज्ञापन से विकास होता है...'
उन्होंने आगे ‘आप’ सरकार पर विज्ञापन के मद में बड़ी राशि खर्च करने का आरोप लगाया। शाह ने दावा किया कि केजरीवाल मानते हैं कि विज्ञापन से विकास होता है, लेकिन उनका यह भ्रमजाल केवल 5 से 7 साल ही काम कर सकता है।
शाह ने कहा कि लोगों को ‘विज्ञापन की राजनीति’ और ‘विकास की राजनीति’ में चुनाव करना होगा। उन्होंने कहा कि हम अरविंद केजरीवाल के एमसीडी के साथ व्यवहार का लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देंगे।
दिल्ली नगर निगम द्वारा बनाए गए कूड़े से बिजली बनाने वाले प्लांट का शुभारंभ करते हुए शाह ने कहा कि अब दिल्ली में हर रोज लगभग 7000 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण होगा और 2000 मीट्रिक टन कूड़े को दोबारा उपयोग में लाया जाएगा। ये प्लांट हर रोज 25 मेगावाट बिजली का निर्माण करेगा।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि अब पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को मिलाकर एक कर दिया गया है। एमसीडी वार्ड के परिसीमन का कार्य पूरा होने और केंद्र द्वारा अंतिम मसौदे को मंजूरी देने के बाद निकाय चुनाव की आखिरी बाधा दूर हो गई है।
सरकार अब राज्य निर्वाचन आयोग से चुनाव की तारीखों की घोषणा करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहेगी। रिपोर्ट्स की मानें तो एमसीडी के चुनाव या तो इस साल के अंत में या फिर 2023 की शुरुआत में हो सकते हैं।