साल 2024 के लोकसभा चुनाव आने से पहले देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर चुकी है। इसी क्रम में अब कांग्रेस ने देश के सबसे बड़े, मजबूत और अहम राजनीतिक सूबे उत्तर प्रदेश में पूर्व विधायक अजय राय को पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। अजय राय को आज यानी 17 अगस्त गुरुवार के दिन उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
पीएम मोदी के खिलाफ लड़ चुके हैं इलेक्शन
अजय राय इससे पहले साल 2019 और साल 2014 के लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि दोनों ही बार अजय राय को हार का मुंह देखना पड़ा। अजय राय को यूपी में बृजलाल खबरी की जगह अध्यक्ष बनाया गया है। बता दें कि राजनीतिक गलियारों में कहावत है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है। ऐसे में अगर कांग्रेस को 2024 में सत्ताधारी बीजेपी को टक्कर देना है तो उसके लिए उत्तर प्रदेश में सीटें जीतना काफी अहम हो जाता है।
पिछले कई साल से हालत रही है खराब
बता दें कि पिछले लगभग दो दशकों से कांग्रेस की उत्तर प्रदेश में हालत खराब ही रही है। साल 2019 में कांग्रेस अपनी सबसे सुरक्षित सीटों में से एक अमेठी में भी हार गई थी। इसके अलावा साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को केवल दो ही सीटें हासिल हो पाईं थी। ऐसे में अजय राय के सामने सूबे में पार्टी की हालत को सुधारते हुए इसे दोबारा से खड़ा करना एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
अजय राय यूपी के हाई वोल्टेज राजनीतिक इलाके पूर्वांचल से संबंध रखते हैं। राय का राजनीतिक रसूख भी खासा शानदार रहा है। 19 अक्टूबर 1969 को वाराणसी में जन्मे अजय राय लगातार पांच बार के विधायक रह चुके हैं। हालांकि मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष राय एक वक्त तक बीजेपी का हिस्सा थे। इसके बाद वे सपा की साइकिल पर सवार हुए। लेकिन फिर साल 2009 के लोकसभा चुनाव के बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए। यूपी के पूर्वांचल में अजय राय की भूमिहार वोट बैंक पर अच्छी पकड़ मानी जाती है।