समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को दोहराया कि वह सत्ता में आते ही सैनिकों की भर्ती की इस शॉर्ट टर्म ‘अग्निपथ योजना’ को 24 घंटे में रद्द कर देंगे। उनका ये ऐलान ऐसे समय आया, जब एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिटायर 'अग्निवीरों' के लिए आरक्षण की घोषणा की थी। अखिलेश यादव ने हाल में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान अपनी लगभग सभी रैलियों में विपक्षी दलों के गठबंधन ‘INDIA’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) के सत्ता में आने पर 'अग्निवीर' भर्तियों को रद्द करने का वादा किया था।
उन्होंने शनिवार को भी सोशल मीडिया मंच 'X' पर लिखा, "सत्ता में आते ही 24 घंटे में (अग्निपथ योजना) रद्द होगी।" उन्होंने इसे ‘‘देश की सुरक्षा से समझौता करने वाली और सैनिकों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली भर्ती’’ योजना बताया।
उन्होंने सेना में भर्ती की पुरानी प्रक्रिया को बहाल किए जाने की मांग करते हुए कहा, "अग्निवीर पर यही मांग हमारी, पुरानी भर्ती की फिर हो बहाली।"
UP पुलिस और PAC में अग्निवीरों को वेटेज
दरअसल मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि सेना से निकलने वाले अग्निवीरों को उत्तर प्रदेश पुलिस और PAC फोर्स (प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी) में महत्व (वेटेज) दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अग्निवीरों (Agniveer) के रूप में देश को ट्रेन्ड और अनुशासित युवा सैनिक मिलेंगे।
एक बयान के मुताबिक योगी ने अग्निवीर मुद्दे पर विपक्ष की राजनीति को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि विरोधियों का काम हर प्रगति और सुधार वाले कार्य में ‘‘अड़ंगा लगाने, टांग अड़ाने और अफवाह फैलाने’’ का है।
10 साल में भारत में बेहतरीन सुधार हुए हैं: योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। बीते 10 साल में भारत में बेहतरीन सुधार हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के आधुनिकीकरण और इसके साजो-सामान के मामले में हम आत्मनिर्भरता की ओर से बढ़ रहे हैं।
नई दिल्ली में आयोजित NITI आयोग की बैठक में शामिल होने से पहले शुक्रवार शाम यहां अपने सरकारी आवास पर मुख्यमंत्री योगी मीडिया से बातचीत कर रहे थे।