Assembly Elections Results: क्रिकेट की पिच पर चौके-छक्के लगाने वाले नवोजत सिंह सिद्धू ने हंसी के मंच पर भी एक अलग छाप छोड़ी है। सियासी गलियारे में भी सिद्धू ने खूब नाम कमाया। BJP से कांग्रेस का दामन थामकर पंजाब का सीएम बनने के सपने देख रहे सिद्धू की सियासत अब डूबती नजर आ रही है। मैदान में उतरे सिद्धू की अमृतसर ईस्ट में 18 साल की कमान दांव पर है। नवजोत सिंह सिद्धू काफी पीछे चल रहे हैं। ड्रग्स केस में फंसे शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया उन्हें चुनौती दे रहे हैं।
विधानसभा चुनाव के परिणामों का ऐलान जारी है। इसबीच सिद्धू की यह जीत उनके सियासी करियर और दावों के लिए काफी अहम है। सिद्धू को साल 2021 में कांग्रेस में हुए बड़े बदलावों का सूत्रधार माना जा रहा है।
नाराज होकर BJP का छोड़ा था साथ
साल 2016 में शिरोमणि अकाल दल से अनबन के बीच सिद्धू ने BJP का साथ छोड़ दिया और कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाले कांग्रेस में शामिल हो गए। सिद्धू को मंत्री पद भी दिया गया। हालांकि, कैप्टन की तरफ से पद में बदलाव किए जाने के बाद सिद्धू ने इस्तीफा दे दिया, लेकिन पार्टी नहीं छोड़ी। सिद्धू ने प्रचार अभियान में तेजी लाकर अपने सियासी कद इजाफा किया। पिछले साल ही सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। राज्य में पार्टी की कमान संभालने के कुछ समय बाद ही सिद्धू यहां भी नाराज हो गए और चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम पद संभालते ही पार्टी प्रमुख का पद भी त्याग दिया।
मुद्दा पाकिस्तान को या सियासत का, सिद्धू हमेशा ही अपने बयानों के कारण चर्चा में रहे। पिछले साल नवंबर में करतारपुर कॉरिडोर की यात्रा पर पहुंचे सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को ‘बड़ा भाई’ कह दिया था। उनके इस बयान के चलते काफी विवाद भी खड़ा हुआ था। इससे पहले भी पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाकर भी पूर्व क्रिकेटर विवादों में आ गए थे।
इस बीच खबर आ रही है कि नवजोत सिंह सिंधु ने पंजाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। सूत्रों ने बताया कि सिद्धू ने हार की जिम्मेदारी ले ली है। सिद्धू ने ट्वीट कर कहा है कि जनता की आवाज ईश्वर की आवाज है...पंजाब की जनता के जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करें...आम आदमी पार्टी को बधाई!!!"
बता दें कि पंजाब विधान सभा चुनाव के रुझानों में आम आदमी पार्टी बड़ी भारी बहुमत के साथ जीतती नजर आ रही है। आंकड़ों के मुताबिक आप को पंजाब में दो तिहाई बहुमत मिल सकता है। वहीं कांग्रेस दूसरे नंबर पर बनी हुई है।