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Atal Bihari Vajpayee: अटल बिहारी वाजपेयी की भारत छोड़ो आंदोलन से हुई राजनीति में एंट्री, 23 दिन जेल में भी रहे

Atal Bihari Vajpayee: 25 दिसंबर 2023 को अटल बिहारी की जन्म जयंती है। इसी कड़ी में Moneycontrol Hindi लेकर आ रहा है, अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े कुछ अनछुए और अनसुने किस्से। इसकी शरुआत हम सन 1942 से करेंगे, जब उनका पहला कदम राजनीति में पड़ा। तब अटल बिहारी वाजपेयी की उम्र 16 साल से भी कम थी

Shubham Sharmaअपडेटेड Dec 19, 2023 पर 7:18 PM
Atal Bihari Vajpayee: अटल बिहारी वाजपेयी की भारत छोड़ो आंदोलन से हुई राजनीति में एंट्री, 23 दिन जेल में भी रहे
Atal Bihari Vajpayee Birthday Special: अटल बिहारी वाजपेयी की भारत छोड़ो आंदोलन से हुई राजनीति में एंट्री

Atal Bihari Vajpayee: 'क्या हार में, क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं, कर्तव्य पथ पर जो भी मिला, यह भी सही वो भी सही, वरदान नहीं मांगूगा, हो कुछ पर हार नहीं मानूंगा...' ये कविता देश के ऐसे राजनेता की लिखी हुई है, जिसने न सिर्फ जनता के दिलों पर राज किया, बल्कि अपने प्रतिद्वंदियों तक के दिलों को जीता.. ये नेता कोई और नहीं बल्कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihar Vajpayee) थे। वाजपेयी को 'राजनीति में अजातशत्रु' कहा जाता था। अजातशत्रु का मतलब है, जिसका कोई शत्रु या दुश्मन न हो। राजनेता होने के साथ ही वे एक कोमल हृदय के कवि भी थे।

25 दिसंबर 2023 को अटल बिहारी की जन्म जयंती है। इसी कड़ी में Moneycontrol Hindi लेकर आ रहा है, अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े कुछ अनछुए और अनसुने किस्से। इसकी शरुआत हम सन 1942 से करेंगे, जब उनका पहला कदम राजनीति में पड़ा। तब अटल बिहारी वाजपेयी की उम्र 16 साल से भी कम थी।

भारत छोड़ो आंदोलन में क्या थी वाजपेयी की भूमिका?

यही वो साल था, जब भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई थी। तब अटल और उनके बड़े भाई प्रेम को भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान 23 दिन के लिए गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, कई रिपोर्ट में ये भी बताया जाता है कि वाजपेयी ने अपने गृह गांव बटेश्वर में "स्वतंत्रता सेनानी" के रूप में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग नहीं लिया था।

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