Delhi New CM Atishi Row: आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई है। स्वाति मालीवाल ने दावा किया है कि आतिशी के माता-पिता ने आतंकवादी अफजल गुरु को फांसी से बचाने के लिए लड़ाई लड़ी थी। मालीवाल मंगलवार (17 सितंबर) के तेजी से बदलते घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दे रही थीं। AAP के दिल्ली विधायकों ने आतिशी को अपना विधायक दल का नेता चुन लिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दो दिन पहले पद से इस्तीफा देने की घोषणा के बाद यह बैठक जरूरी हो गई थी।
दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुनने के AAP के फैसले के बाद स्वाति मालीवाल ने पार्टी पर निशाना साधा। मालीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "दिल्ली के लिए आज बहुत दुखद दिन है। आज दिल्ली की मुख्यमंत्री एक ऐसी महिला को बनाया जा रहा है जिनके परिवार ने आतंकवादी अफजल गुरु को फांसी से बचाने की लंबी लड़ाई लड़ी। उनके माता-पिता ने आतंकी अफजल गुरु को बचाने के लिए माननीय राष्ट्रपति को दया याचिकाऐं लिखी। उनके हिसाब से अफजल गुरु निर्दोष था और उसको राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया था। वैसे तो आतिशी मार्लेना सिर्फ डमी CM है, फिर भी ये मुद्दा देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। भगवान दिल्ली की रक्षा करे!"
उन्होंने यह भी कहा कि आतिशी के माता-पिता उन कई कार्यकर्ताओं और प्रोफेसरों में शामिल थे जिन्होंने 2013 में दोषी ठहराए गए आतंकवादी अफजल गुरु के लिए दया याचिका पर हस्ताक्षर किए थे। बता दें कि अफजल गुरु को 2001 में संसद पर हमले में दोषी ठहराया गया था। उसको 2013 में फांसी दी गई थी।
अपनी पोस्ट में स्वाति मालीवाल ने दया याचिका शेयर की है, जिस पर आतिशी के पिता विजय सिंह और मां तृप्ता वाही सहित कई अन्य लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। यह याचिका तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजी गई थी, जिसमें उनसे आतंकी की फांसी रोकने का अनुरोध किया गया था। याचिका में कहा गया था, "इसलिए हम आपसे (राष्ट्रपति) अपील करते हैं कि न केवल मोहम्मद अफजल को दी गई सजा को रद्द करें, बल्कि पूरे प्रकरण की संसदीय जांच भी करवाएं।"
स्वाति मालीवाल की आलोचना का जवाब देते हुए AAP विधायक दिलीप पांडे ने उनसे राज्यसभा से इस्तीफा देने की मांग की। पांडे ने मंगलवार को कहा, "स्वाति मालीवाल आप के समर्थन से राज्यसभा जाती हैं, लेकिन बीजेपी की स्क्रिप्ट पढ़ती हैं। उन्हें अब बीजेपी से राज्यसभा का टिकट पाने की कोशिश करनी चाहिए। अगर उनमें थोड़ी भी शर्म और नैतिकता बची है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।"
दो दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वे दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। आतिशी के नाम का प्रस्ताव केजरीवाल ने विधायक दल की बैठक में रखा था और इसे आप विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया।
स्वाति मालीवाल की आलोचना का जवाब देते हुए आप विधायक दिलीप पांडे ने उनसे राज्यसभा से इस्तीफा देने की मांग की। पांडे ने कहा, "स्वाति मालीवाल आप के समर्थन से राज्यसभा जाती हैं, लेकिन भाजपा की स्क्रिप्ट पढ़ती हैं। उन्हें अब भाजपा से राज्यसभा का टिकट पाने की कोशिश करनी चाहिए। अगर उनमें थोड़ी भी शर्म और नैतिकता बची है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।"
वित्त, शिक्षा और राजस्व सहित 14 विभागों का जिम्मा संभाल रहीं 43 वर्षीय आतिशी उन लोगों में शामिल थीं जिन्होंने केजरीवाल के जेल में रहने के दौरान राज्य की बागडोर संभाली। कांग्रेस की शीला दीक्षित और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सुषमा स्वराज के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी।