दिल्ली के परिवहन मंत्री और आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता कैलाश गहलोत ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे वजह लोगों से किए गए वादों को पूरा ना करना बताया है। इसे लेकर गहलोत ने राज्य के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है। चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, उनके भाजपा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। गहलोत दिल्ली सरकार में गृह, परिवहन, आईटी और महिला एवं बाल विकास सहित प्रमुख विभागों के प्रभारी थे।
अपने इस इस्तीफे में उन्होंने यमुना की सफाई और केजरीवाल के बंगला निर्माण का मुद्दा भी उठाया है। गहलोत ने कहा कि यमुना की सफाई का वादा हमने पिछले चुनाव में किया था। लेकिन हम यमुना की सफाई नहीं कर पाए हैं। उन्होंने इस पत्र में पार्टी पर कई आरोप लगाए हैं। दिल्ली में विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 में हो सकते हैं।
गहलोत ने पत्र में लिखा है कि शीशमहल जैसे कई शर्मनाक और अजीबोगरीब विवाद हैं। यह सभी विवाद संदेह में डाल रहे हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने में विश्वास करते हैं। अब यह स्पष्ट है कि अगर दिल्ली सरकार अपना अधिकांश समय केंद्र से लड़ने में बिताती है तो दिल्ली के लिए वास्तविक प्रगति नहीं हो सकती। मेरे पास आप से अलग होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। इसलिए मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। दिल्ली की पिछली सरकार में परिवहन और पर्यावरण विभाग का कार्यभार संभालने वाले कैलाश गहलोत ने इस बार भी मंत्री पद की शपथ ली थी। कैलाश ने इस बार नजफगढ़ विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के अजित सिंह खरखरी को हरा कर जीत हासिल की थी।
कपिल मिश्रा ने दिया यह बयान
कैलाश गहलोत के इस्तीफे पर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि केजरीवाल के मंत्री कैलाश गहलोत ने इस्तीफ़ा दे दिया है। इस्तीफ़े में उन्होंने साफ तौर पर लिखा है कि भ्रष्टाचार के कारण आम आदमी पार्टी और सरकार में रहना असंभव हो गया है। केजरीवाल गैंग की लूट और झूठ के खिलाफ कैलाश गहलोत का ये कदम स्वागत योग्य है। दिल्ली की हर विधानसभा में AAP के कार्यकर्ता अब पार्टी छोड़ रहें हैं।