Delhi Election Results 2025: दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में वापसी करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की घोषणा की है। बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार को लेकर कतई बर्दाश्त नहीं की नीति रखती है। उन्होंने कहा कि घोटाले में शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 48 सीट जीतकर बहुमत हासिल करने पर सचदेवा ने पार्टी को सफलता दिलाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा को दिया।
सचदेवा ने रविवार को पीटीआई से बातचीत में कहा, "जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार कहा है, और हमने भी कहा है। कैबिनेट की पहली बैठक में कैग की रिपोर्ट पेश की जाएगी। हम भ्रष्टाचार के सभी मामलों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन करेंगे।" उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दिल्ली के मतदाताओं ने विकास के लिए बीजेपी का समर्थन किया तथा मोदी के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया।
कांग्रेस की लगातार तीसरी बार हुई हार पर सचदेवा ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण पार्टी होने के बावजूद उसका बहुत बुरा हाल हुआ है। उसे कड़ी मेहनत करनी चाहिए। दिल्ली में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में सचदेवा ने कहा कि पार्टी एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे निर्णय केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ देती है, जैसा कि अन्य राज्यों में देखा गया है।
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत को ऐतिहासिक करार दिया। बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने दिल्ली की जनता को आश्वस्त किया कि विधानसभा के पहले सत्र में महानियंत्रक एवं लेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पेश की जाएगी और दोषियों को दंडित कर उनसे लूटे हुए पैसे वसूले जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा, "मैं आश्वस्त करता हूं कि विधानसभा के पहले सत्र में महानियंत्रक एवं लेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश की जाएगी और जो भी भ्रष्टाचार में शामिल पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। जिसने भी लूटा है, उसको लौटाना पड़ेगा।"
उन्होंने कहा, "यह मोदी की गारंटी है।" आपको जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली शराब नीति से जुड़ी सीएजी रिपोर्ट को विधानसभा में पेश न करने को बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बनाया था। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है सीएजी रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली शराब नीति से सरकारी खजाने को 2026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा रिपोर्ट में शराब नीति के क्रियान्वयन में भी कई खामियां पाए जाने की बात कही गई है।
आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराने वाले जाट समुदाय के नेता प्रवेश वर्मा जैसे प्रमुख चेहरे और सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता, आशीष सूद एवं पवन शर्मा जैसे संगठन के अनुभवी नेताओं की चर्चा हो रही है। लेकिन बीजेपी का इतिहास कम चर्चित नेताओं को आगे बढ़ाने का रहा है।
बीजेपी के एक नेता ने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व राजनीतिक समीकरणों के आधार पर पूर्वांचल की पृष्ठभूमि वाले किसी विधायक, सिख या महिला पर भी विचार कर सकता है। उन्होंने कहा कि 2023 में मध्य प्रदेश और राजस्थान तथा पिछले साल ओडिशा समेत पिछले अनुभव के मद्देनजर ऐसे मामलों पर अटकलों के लिए बहुत कम गुंजाइश बचती है।
बीजेपी ने मध्यप्रदेश में मोहन यादव, राजस्थान में भजनलाल शर्मा और ओडिशा में मोहन चरण माझी को चुना था। इससे अधिकांश राजनीतिक विश्लेषक हैरान रह गए। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री पर फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लेगा। उन्होंने कहा कि सभी नवनिर्वाचित विधायक उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में सक्षम हैं।