Illegal Mining Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राज्य में कथित अवैध खनन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के प्रेस सलाहकार, साहिबगंज जिले के अधिकारियों और एक पूर्व विधायक के ठिकानों पर छापेमारी की। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, अवैध खनन मामले में हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के आवास पर ED की छापेमारी जारी है। अभिषेक प्रसाद के आवास और साहेबगंज उपायुक्त के आवास समेत 12 ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के प्रावधानों के तहत केंद्रीय एजेंसी राज्य में लगभग एक दर्जन स्थानों पर छापे मार रही है। सूत्रों ने बताया कि साहिबगंज के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक, पूर्व विधायक पप्पू यादव, जेल विभाग के कुछ अधिकारियों और एक पुलिस कांस्टेबल के परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय जांच एजेंसी ने अभिषेक प्रसाद और हजारीबाग के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) राजेंद्र दुबे के आवासों पर तलाशी ली। सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी के अधिकारियों ने साहिबगंज के जिला कलेक्टर के झारखंड तथा राजस्थान के आवासों पर तलाशी ली।
ED के अधिकारी अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड और राजस्थान में 10 से अधिक स्थानों पर छापे मारे रहे हैं। इस संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए अनेक प्रयासों के बावजूद ED के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका। ED अधिकारियों के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों का एक सशस्त्र एस्कॉर्ट भी गया।
एजेंसी, 2022 से राज्य में अवैध खनन कार्यों से उत्पन्न "अपराध की आय" के 100 करोड़ रुपये की जांच कर रही है। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच तब शुरू हुई जब ED ने जुलाई, 2022 में CM हेमंत सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों पर छापा मारा।