Jammu and Kashmir Assembly Elections 2024: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार (4 सितंबर) को दावा किया कि हाल में हुए लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना आत्मविश्वास खो चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह समय दूर नहीं जब उनकी सरकार सत्ता में नहीं रहेगी। इस दौरान कांग्रेस सांसद ने यही भी दावा किया कि इस वक्त केंद्र सरकार विपक्ष के इशारों पर चल रही है। जम्मू-कश्मीर के बनिहाल विधानसभा क्षेत्र के संगलदान में एक चुनावी रैली में कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि केंद्र सरकार को प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और उनके कॉरपोरेट मित्र चला रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा, "लैटरल एंट्री की बात की इन्होंने (NDA सरकार ने)...कहते हैं भाईया सरकार में हम साइड से लोगों को लाएंगे...हमने कहा कैसे लाओगे? अमीर लोगों को कैसे लाओगे...गरीबों को आप आने नहीं देते हो...कमजोर लोगों को आप आने नहीं देते हो...ऊपर से आप (सरकार) लैटरल एंट्री करोगे.. हम देखेंगे कैसे करोगो.. तीन दिन में कहते हैं भाईया हम नहीं करेंगे...तो आजकल सरकार अपोजिशन चला रही है...सच्चाई है... जो भी हम चाहते हैं करवा देंगे... और हम स्टेटहुड चाहते हैं... जम्मू-कश्मीर का स्टेटहुड हम करा देंगे..."
'लैटरल एंट्री के जरिए यूपीएससी सीधे उन पदों पर उम्मीदवारों की नियुक्ति करता है, जिन पदों पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारियों की तैनाती होती है। इसमें निजी क्षेत्रों से अलग-अलग सेक्टर के विशेषज्ञों को विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में सीधे ज्वाइंट सेक्रेटरी और डायरेक्टर तथा डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर नियुक्ति की जाती है।
UPSC ने 17 अगस्त को लैटरल एंट्री के माध्यम से 45 संयुक्त सचिवों, निदेशकों और उप सचिवों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की थी। लेकिन इस पर उठे विवाद के बाद 20 अगस्त को केंद्र सरकार ने यूपीएससी को नौकरशाही में लेटरल एंट्री से संबंधित विज्ञापन वापस लेने का निर्देश दिया। बाद यूपीएससी ने अपना विज्ञापन वापस ले लिया।
बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र पर निशाना साधते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ने कहा कि माल एवं सेवाकर (GST) और नोटबंदी से छोटे कारोबारियों के हितों को नुकसान पहुंचा है। कांग्रेस नेता गांधी ने आरोप लगाया कि संविधान के आर्टिकल 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा छीन लिया गया ताकि अरबपतियों को लाभ पहुंचाया जा सके।
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने दावा किया कि जम्मू कश्मीर की स्थिति देश के बाकी हिस्सों से भी बदतर है। क्योंकि यहां बेरोजगारी की दर सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने युवाओं के वास्ते रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए कुछ नहीं किया है। राहुल गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी का आत्मविश्वास तब गायब हो गया जब विपक्षी दल 'इंडिया' गठबंधन के तहत उन्हें चुनौती देने के लिए एकसाथ आए।
"PM का आत्मविश्वास गायब हो गया है"
पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गांधी ने कहा, "हमने मोदी को मनोवैज्ञानिक रूप से उड़ा दिया है। मैं संसद में उनके सामने बैठता हूं और मुझे पता है कि उनका आत्मविश्वास गायब हो गया है... अब थोड़ा समय बचा है, हम मोदी और भाजपा को सरकार से हटा देंगे।" उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "पहले पीएम मोदी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना नहीं होगी, लेकिन हमने इस पर जोर दिया। अब RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) कह रहा है कि यह सही है। हमने लेटरल एंट्री व्यवस्था का विरोध किया और सरकार पर दबाव बनाया। अब वह डरे हुए हैं।"
राहुल गांधी ने कहा, "आपने देखा है कि पहले के चुनावों में मोदी (प्रधानमंत्री) चौड़ी छाती के साथ आते थे और लंबे भाषण देते थे। लेकिन अब वह संसद में प्रवेश करते समय संविधान की किताब को अपने सिर पर रखते हैं।" प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा कि उन्होंने भगवान से सीधा संबंध होने का दावा किया है। उन्होंने रिकॉर्ड पर कहा है कि उनका जन्म नॉन-बायोलॉजिकल है।
ये रैलियां 18 सितंबर को होने वाले चुनाव के पहले चरण में चुनाव लड़ रहे पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार अभियान का हिस्सा हैं। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के 90 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगा।