Karnataka Election Result Live:कर्नाटक विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत के बाद कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। पार्टी की जीत पर संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि दक्षिण भारत अब भाजपा मुक्त है। कर्नाटक चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान खड़गे ने भाजपा पर भी निशाना साधा और दक्षिण भारत को भाजपा मुक्त बताया। खड़गे ने अपने संबोधन में कहा कि यह एक बड़ी जीत है। सभी बड़े अपडेट के लिए जुड़े रहिए Moneycontrol Hindi के साथ
Karnataka Election Result highlights: कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election Result) में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान खड़गे ने भाजपा पर भी निशाना साधा और दक्षिण भारत को भाजपा मुक्त बताया। खड़गे ने अपने संबोधन में कहा कि यह एक बड़ी जीत है। इससे पूरे द
Karnataka Election Result highlights: कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election Result) में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान खड़गे ने भाजपा पर भी निशाना साधा और दक्षिण भारत को भाजपा मुक्त बताया। खड़गे ने अपने संबोधन में कहा कि यह एक बड़ी जीत है। इससे पूरे देश में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। भाजपा हमें ताना मारती थी और कहती थी कि हम 'कांग्रेस मुक्त भारत' बनाएंगे। अब सच्चाई यह है कि यह 'भाजपा मुक्त दक्षिण भारत' है।
कर्नाटक के विधानसभा चुनावों (Karnataka Election Result) में कांग्रेस ने दमादार प्रदर्शन करते हुए वहां पर बहुमत के आंकड़े को भी पार कर दिया है। चुनाव के नतीजों से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य में कांग्रेस पार्टी अपने दम पर सरकार बनाने जा रही है। वहीं इस जीत के उपलक्ष्य में राज्य की राजधानी बेगलुरू में पार्टी के कई सारे कद्दावर नेताओं ने शक्ति प्रदर्शन भी किया। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्य पार्टी प्रमुख डी.के. शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सहित कांग्रेस नेताओं ने शक्ति प्रदर्शन किया।
कर्नाटक विधानसभा चुनावों (Karnataka Election Result) की तस्वीर अब पूरी तरह से साफ हो गई है। कांग्रेस ने बीजेपी को हराते हुए जीत का परचम लहरा दिया है। हालांकि फिलहाल यह गुत्थी कायम है कि राज्य में मुख्यमंत्री कौन होगा। फिलहाल कई सारे सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि कर्नाटक में सीएम पद की कुर्सी सिद्धारमैया के पास जा सकती है। मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धारमैया शीर्ष दावेदार हैं। जबकि डीके शिवकुमार भी रेस में शामिल हैं। वहीं राज्य में काग्रेस तीन डिप्टी सीएम पद के फार्मूले को भी अपना सकती है। जिनमें से एक डिप्टी सीएम लिंगायत समुदाय से भी हो सकते है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election Result) में बड़ी जीत के बाद कांग्रेस पार्टी की एक हाई लेवल मीटिंग शुरू हो गई है। इलेक्शन कमीशन की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद ताजा आंकड़ों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने 125 सीटों पर अपना कब्जा जमा लिया है। वहीं अभी भी यह 11 सीटों पर अपनी बढ़त बनाए हुए हैं। पार्टी बहुमत के आंकड़े से काफी आगे जाते हुए नजर आ रही है। वहीं बीजेपी फिलहाल 58 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई है। जबकि वह 6 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं अगर बात जेडीएस की करें तो यह पार्टी 19 सीटें जीत चुकी है जबकि 1 सीट पर इस पार्टी को बढ़त मिली हुई है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election Result) में तस्वीर अब लगभग लगभग साफ हो चुकी है। कांग्रेस ने दक्षिण भारत के इस प्रमुख राज्य में बाजी मार ली है। कांग्रेस की इस बड़ी जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी को बधाई दी है। वहीं उन्होंने राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं की मेहनत की सराहना भी की है। पीएम ने कहा कि मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने कर्नाटक चुनाव में हमारा समर्थन किया है। मैं भाजपा कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की सराहना करता हूं। हम आने वाले समय में और भी अधिक जोश के साथ कर्नाटक की सेवा करेंगे।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election Result) कांग्रेस ने बाजी मार ली है। पार्टी बड़ी जीत की तरफ तेजी से बढ़ती हुई दिख रही है। हालांकि फिलहार पार्टी को इस बात में थोड़ा मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है कि आखिर CM की कुर्सी किसे दी जाए। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने अपनी हार कुबूल कर ली है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Election Result) के लिए वोटों की गिनती जारी है। अब तस्वीर काफी हद तक साफ हो चुकी है और कांग्रेस (Congress) को बहुमत से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। सीटों की नतीजे भी आने शुरू हो गए। कांग्रेस अब तक 86 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है। जबकि BJP 44 सीटों पर जीत के साथ 20 सीटों पर आग है। वहीं जनता दल सेक्यूलर 15 सीट पर जीत के साथ सिर्फ 5 सीटों पर आगे है। कर्नाटक में 10 मई को मतदान में 73.19 प्रतिशत का रकॉर्ड मतदान हुआ। बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस अब एक्शन में आ गई है। पार्टी ने अपने सभी विधायकों से आज बेंगलुरु पहुंचने को कहा है।
कर्नाटक में 10 मई बुधवार को वोटिंग हुई। इससे पहले एग्जिट पोल एजेंसियों ने राज्य में त्रिशंकु विधानसभा (Hung Assembly) की भविष्यवाणी की, तो कुछ ने एचडी कुमारस्वामी की जनता दल (सेक्युलर) (JDS) को एक किंग मेकर रूप में उभरने के संकेत भी दिए। ज्यादातर एग्जिट पोल में सीटों के लिहाज से कांग्रेस (Congress) के सबसे बड़ी पार्टी बनने की संभावना जताई गई, तो वहीं BJP को भी कड़ी टक्कर देते हुए दिखाया गया है। हालांकि, तस्वीर आज पूरी तरह से साफ हो जाएगी।
चुनाव आयोग (EC) के अनुसार, कर्नाटक में 10 मई को हुए विधानसभा चुनावों में 73.19 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो दक्षिणी राज्य में अब तक का सबसे ज्यादा मतदान है। 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में सदस्यों का चुनाव करने के लिए 58,545 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ। सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत का निशान 113 है।
Karnataka Election Results: कब तक साफ होगी तस्वीर?
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती 36 केंद्रों पर सुबह 8 बजे शुरू होगी। कर्नाटक में 10 मई को मतदान में 73.19 प्रतिशत का रकॉर्ड मतदान हुआ। चुनाव बाद आए एग्जिट पोल में कांग्रेस को अच्छी बढ़त मिलने के अनुमान जताए गए हैं। सरकार बनाने के लिए विजेता को 224 सदस्यीय विधानसभा में 113 सीटों की जरूरी है। सुबह 9 बजे तक पहला रुझान आने की उम्मीद है। आखिरी तस्वीर दोपहर तक साफ होने की उम्मीद है। कर्नाटक लोकसभा में लगभग 28 सदस्य भेजता है, दक्षिण में तमिलनाडु के बाद ये राज्य दूसरे नंबर पर आता है। यहां हल्का सा भी झटका BJP के लिए महंगा होगा, खासकर अगले साल होने वाले आम चुनावों को देखते हुए।
पीएम मोदी के जोरदार प्रचार अभियान को भरोसे बीजेपी, जहां 38 साल पुराने चुनावी मिथक को तोड़ने की कोशिश कर रही है, तो वहीं कांग्रेस को बहुत जरूरी रफ्तार की उम्मीद है, जो 2024 के चुनावों में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में वापसी करने में लगी है। ऐसा रिकॉर्ड है कि राज्य में 1985 के बाद से सत्ता में आने वाली पार्टी को दोबारा कभी मौका नहीं दिया गया। अब बीजेपी इसी रिकॉर्ड को तोड़ना चाहती है।