महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में महायुति गठबंधन ने बड़ी जीत दर्ज की है। महायुति गठबंधन, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की NCP और BJP शामिलहै। उसने 11 सीटों पर नौ उम्मीदवार उतारे थे और सभी नौ जीत गए। शुक्रवार को विधान परिषद की 11 सीटों के लिए हुए द्विवार्षिक चुनाव में BJP के पांच नेताओं और शिवसेना (शिंदे) गुट और NCP (अजित पवार) के दो-दो नेताओं ने जीत दर्ज की।
BJP नेता पंकजा मुंडे, परिणय फुके और योगेश टिलेकर को 26-26 वोट मिले, जीत के लिए 23 वोट चाहिए थे। NCP (अजित पवार) पार्टी के दो, राजेश विटेकर और शिवाजीराव गरजे और शिंदे सेना की भावना गवली को भी विजेता घोषित किया गया।
MVA के इन उम्मीदवारों ने जीत हासिल की
विपक्षी MVA की तरफ से शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी मिलिंद नार्वेकर और कांग्रेस उम्मीदवार प्रज्ञा सातव ने जीत दर्ज की है।
शरद पवार की अगुवाई वाली NCP(SP) के समर्थन वाले पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (PWP) के उम्मीदवार जयंत पाटिल चुनाव हार गए।
चुनाव की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि विधान परिषद (MLC) के 11 सदस्य 27 जुलाई को अपना छह साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। 288 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल थी और इसकी वर्तमान ताकत 274 है।
क्या है विधानसभा में नंबर गेम?
हर एक जीतने वाले उम्मीदवार को 23 प्रथम वरीयता वोट के कोटे की जरूरत होती है।
BJP 103 सदस्यों के साथ विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है, उसके बाद शिवसेना (38), NCP (42), कांग्रेस (37), शिवसेना (यूबीटी) 15 और NCP (एसपी) 10 हैं।
भाजपा ने पांच उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, जिनमें महाराष्ट्र की पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे, योगेश तिलेकर, परिणय फुके, अमित गोरखे और सदाभाऊ खोत शामिल थे।
शिवसेना ने लोकसभा के दो पूर्व सदस्य सशिवाजीराव गर्जे और राजेश विटेकर को टिकट दिया था। कांग्रेस ने सातव को एक और कार्यकाल के लिए नामित किया था, जबकि शिवसेना (यूबीटी) ने नार्वेकर को मैदान में उतारा था।
एमवीए के तीसरे घटक राकांपा (एसपी) ने अपना उम्मीदवार उतारने के बजाय पीडब्ल्यूपी के जयंत पाटिल को समर्थन दिया।