नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने 26 अगस्त को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन का ऐलान किया। 2019 में जम्मू-कश्मीर को बांटने और इसे केंद्रशासित प्रदेश घोषित करने के ऐलान के बाद यह पहला चुनाव है। नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में से 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस पार्टी 32 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। दोनों पार्टियों ने एक-एक सीट सीपीएम और पैंथर्स पार्टी के लिए छोड़ा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने यह भी ऐलान किया है कि दोनों पार्टियों के बीच केंद्रशासित प्रदेशों की 5 सीटों पर 'दोस्ताना मुकाबला' होगा।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बताया कि दोनों पार्टियां जम्मू-कश्मीर को बांटने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट हुई हैं। उन्होंने कहा, ' यह बेहद खुशी की बात है कि हमने यह अभियान शुरू किया है और हम दोनों उन ताकतों के खिलाफ संघर्ष करेंगे, जो यहां लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। इंडिया गठबंधन इसलिए बनाया गया था कि हम उन ताकतों के खिलाफ मुकाबला कर सकें जो देश को बांटना और तोड़ना चाहते हैं। आज हमने सीटों का बंटवारा तय कर लिया है और यह काम बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में पूरा हुआ। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर चुनाव लड़ेगी।'
जम्मू-कश्मीर को बर्बाद करने की कोशिश कर रही बीजेपी: कांग्रेस
इस बीच, कांग्रेस नेता के. सी. वेणुगोपाल ने आरोप लगाया है कि बीजेपी जम्मू-कश्मीर की आत्मा को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। लोकसभा सांसद ने कहा, ' इंडिया गठबंधन का मकसद जम्मू-कश्मीर की आत्म को बचाना है और यही वजह है कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए एकजुट हुई है। हमने इस सिलसिले में बातचीत की और एक फॉर्मूले पर सहमत हुए। हम एक साथ लड़ेंगे और जीत हासिल करेंगे।'
जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए तीन चरणों में चुनाव होंगे। इसके तहत 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। नतीजों का ऐलान 4 अक्टूबर को होगा।