नए संसद भवन (New Parliament) को लेकर विपक्षी दलों की तरफ से की जा रहीं आलोचनाएं कोई आम नहीं हैं, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस पर ऐसी प्रतिक्रिया दी, जिसके बाद वो खुद ही विवादों में घिरती नजर आ रही है। RJD ने रविवार को संसद भवन के स्ट्रक्चर की तुलना एक ताबूत (Coffin) से की। आज ही PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने एक भव्य समारोह में नए भवन का उद्घाटन किया। RJD के आधिकारिक ट्विटर हेंडल से ये तस्वीर पोस्ट की गई थी।
RJD के इस ट्वीट पर BJP ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि '2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार के लोग RJD को ऐसे ही ताबूत में दफनाएंगे।' बिहार में सत्तारूढ़ दल RJD इस ट्वीट में एक ताबूत और नए विधानमंडल की इमारत को साथ-साथ दिखाया और लिखा "ये क्या है?"।
BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पलटवार करते हुए कहा, "देश की जनता आपको 2024 में इसी ताबूत में दफना देगी और आपको लोकतंत्र के नए मंदिर में प्रवेश करने का मौका नहीं देगी। ये तय है कि संसद भवन देश का है और ताबूत आपका।"
भाटिया ने कहा कि उद्घाटन एक ऐतिहासिक क्षण है और RJD जैसी पार्टियां जोर-जोर से चिल्लाती रहेंगी।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि संसद लोकतंत्र का मंदिर है और जिस तरह से RJD नई इमारत के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रही है, उसके लिए लोग उसे करारा जवाब देंगे।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी ये पूछा कि RJD को इसकी तुलना एक ताबूत से करने की क्या जरूरत थी?
औवेसी ने कहा, “RJD का कोई कोई स्टैंड नहीं है … वे [RJD] संसद को ताबूत क्यों कह रहे हैं? वे कुछ और भी कह सकते थे, उन्हें यही एंगल लाने की क्या जरूरत पड़ी?”
इस बीच, RJD नेता शक्ति सिंह यादव ने अपनी पार्टी के भद्दे ट्वीट को सही ठहराया और कहा कि ताबूत "लोकतंत्र को दफन किए जाने का प्रतिनिधित्व करता है।" उन्होंने कहा, "देश इसे स्वीकार नहीं करेगा। संसद लोकतंत्र का मंदिर है और ये चर्चा करने की जगह है।"
पीएम मोदी ने रविवार को कई विपक्षी दलों के बहिष्कार के बीच नए संसद भवन का उद्घाटन किया। विपक्षी दलों ने जोर दिया था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राज्य के प्रमुख के रूप में सम्मान देते हुए ये उद्घाटन उन्हीं के हाथों से होना चाहिए।