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Richest CM In India: भारत के सबसे अमीर सीएम हैं चंद्रबाबू नायडू, जानें कौन है देश का सबसे गरीब मुख्यमंत्री, देखें पूरी लिस्ट

Richest Chief Minister In India: सोमवार (30 दिसंबर, 2024) को जारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ASR) की रिपोर्ट के अनुसार, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू 931 करोड़ रुरपये से अधिक की संपत्ति के साथ भारत के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रत्येक मुख्यमंत्री की औसत संपत्ति ₹52.59 करोड़ है

अपडेटेड Dec 31, 2024 पर 10:20 AM
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Richest Chief Minister In India: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सिर्फ 15 लाख रुपये के साथ सबसे गरीब हैं

Richest Chief Minister In India: देश में किसी मुख्यमंत्री के पास कितनी संपत्ति है इसकी एक रिपोर्ट सामने आई है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की तरफ से सोमवार (30 दिसंबर) को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन, चंद्रबाबू नायडू 931 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ भारत के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं। जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिर्फ 15 लाख रुपये की संपत्ति के साथ सबसे कम संपत्ति वाली सीएम हैं।

ADR की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रति मुख्यमंत्री की औसत संपत्ति 52.59 करोड़ रुपये है। भारत की प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय या एनएनआई 2023-2024 के लिए लगभग 1,85,854 रुपये थी। जबकि एक मुख्यमंत्री की औसत स्व-आय 13,64,310 रुपये है, जो भारत की औसत प्रति व्यक्ति आय का लगभग 7.3 गुना है। देश के 31 मुख्यमंत्रियों की कुल संपत्ति 1,630 करोड़ रुपये है।

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू 332 करोड़ रुपये से अधिक की कुल संपत्ति के साथ दूसरे सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं। जबकि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया 51 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं।


ममता बनर्जी के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला 55 लाख रुपये की संपत्ति के साथ लिस्ट में दूसरे सबसे गरीब मुख्यमंत्री हैं। जबकि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन 1.18 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे सबसे कम संपत्ति वाले मुख्यमंत्री हैं। खांडू पर सबसे ज्यादा 180 करोड़ रुपये की देनदारी भी है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि सिद्धारमैया पर 23 करोड़ रुपये और नायडू पर 10 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारियां हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि 13 (42 प्रतिशत) मुख्यमंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। जबकि 10 (32 प्रतिशत) ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

पीटीआई के मुताबिक आपराधिक मामलों में हत्या के प्रयास, अपहरण, रिश्वतखोरी और आपराधिक धमकी से संबंधित मामले शामिल हैं। देश के 31 मुख्यमंत्रियों में से केवल दो महिलाएं पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी और दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी हैं।

तेलंगाना सीएम पर सबसे अधिक केस दर्ज

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्ल्यू) द्वारा देश के 31 मुख्यमंत्रियों के स्वयं शपथ पत्र के विश्लेषण के अनुसार तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी पर सबसे ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। रेवंत रेड्डी के खिलाफ करीब 89 मामले दर्ज हैं, जिनमें से 72 गंभीर आईपीसी मामले हैं।

रेवंत रेड्डी पर आपराधिक धमकी (आईपीसी धारा-506) से संबंधित 34 आरोप, धारा 505(2) (आईपीसी धारा-505(2)) से संबंधित 22 आरोप और सार्वजनिक शरारत के लिए अनुकूल बयानों से संबंधित तीन आरोप (आईपीसी धारा-505) हैं।

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दो आरोप धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करने (आईपीसी धारा 420) से संबंधित हैं। आईपीसी धारा 295A के तहत एक आरोप है, जो धार्मिक भावनाओं या किसी वर्ग को उनके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों से संबंधित है। इसके अलावा आईपीसी धारा 504 के तहत 38 आरोप हैं, जो शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने से संबंधित हैं।

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