Muslim Population: एक नए रिसर्च में अनुमान लगाया गया है कि दुनिया भर में मुसलमानों की आबादी 1.16 बिलियन या 1,161,780,000 से ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है। यह अगले 100 या 200 सालों में नहीं बल्कि अगले कुछ दशकों में होगा। दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते धर्मों में इस्लाम, ईसाई धर्म, हिंदू धर्म और यहूदी धर्म शामिल हैं। 'प्यू रिसर्च सेंटर' द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, वैश्विक मुस्लिम आबादी 2050 तक दो अरब से ज्यादा होने का अनुमान है, जो मुसलमानों को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समुदाय बना देगा।
रिपोर्ट के अनुसार, इस्लाम वर्तमान में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसकी जनसंख्या 2010 की रिपोर्ट के अनुसार 1,599,700,000 है। यह धर्म अगले 25 वर्षों में अपनी जनसंख्या में 1,161,780,000 और लोगों को जोड़ेगा, जिससे वर्ष 2050 तक मुस्लिम आबादी दो अरब से अधिक हो जाएगी। इसके बाद इस्लाम विश्व स्तर पर सबसे प्रमुख धर्म बन जाएगा। यानी इस्लाम धर्म की सालाना आबादी 2 करोड़ 90 लाख बढ़ेगी। हर महीने के हिसाब से देखें तो यह 24 लाख होगी।
रिपोर्ट के अनुसार, ईसाई धर्म फिलहाल दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समुदाय है। इसकी कुल जनसंख्या 2,168,330,000 ईसाई है, यानी कुल वैश्विक आबादी का लगभग 31.4 प्रतिशत...। अनुमान है कि 2050 तक इसमें लगभग 80 करोड़ की वृद्धि होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे ईसाई सबसे बड़े धार्मिक समुदायों की वैश्विक लिस्ट में दूसरे स्थान पर पहुंच जाएंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2050 तक ईसाइयों की आबादी 2,918,070,000 होगी, जो 2010 से 2050 तक 74,97,40,000 का अंतर है।
मुस्लिम आबादी तेजी से क्यों बढ़ रही है?
रिपोर्ट में कहा गया है कि विकासशील देशों में मुसलमानों और ईसाइयों की प्रजनन दर बहुत अधिक है। जबकि मृत्यु दर कम है, जिसके कारण उनकी आबादी तेजी से बढ़ रही है। अपनी 2010 की रिपोर्ट में प्यू रिसर्च सेंटर ने खुलासा किया था कि दुनिया की 34 प्रतिशत मुस्लिम आबादी 15 वर्ष से कम आयु की है। जबकि 60 प्रतिशत 15 से 59 वर्ष के बीच की है। केवल 7 प्रतिशत 60 या उससे अधिक आयु के हैं। अधिकांश मुसलमान अफ्रीका और मध्य पूर्व में रहते हैं, जहां वैश्विक जनसंख्या वृद्धि दर सबसे अधिक होने का अनुमान है। भारत अब मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा केंद्र बनता जा रहा है।
वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू धर्म की की आबादी साल 2010 में 103 करोड़ थी, जो साल 2050 में बढ़कर 138 करोड़ हो जाएगी। बौद्ध धर्म की जनसंख्या कम होने की भविष्यवाणी की गई है। साल 2010 में बौद्ध धर्म मानने वावे लोगों की आबादी 48 करोड़ थी, जो साल 2050 तक घट जाएगी।