शरद पवार (Sharad Pawar) ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापिस ले लिया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। पवार ने अपने संबोधन में "मैं अपना फैसला वापस ले रहा हूं।" इससे पहले NCP के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने शुक्रवार को कहा था कि शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए और समय मांगा है।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा, "मैं आपकी भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता। आपके प्यार की वजह से मुझसे इस्तीफा वापस लेने की मांग और NCP के वरिष्ठ नेताओं के पारित प्रस्ताव का मैं सम्मान कर रहा हूं। मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के अपने निर्णय को वापस लेता हूं।"
NCP प्रमुख शरद पवार से जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत पवार की अनुपस्थिति के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, बाकी नेता यहीं हैं। कमेटी ने ये फैसला लिया और उनके फैसले के बाद मैंने अपना फैसला वापस ले लिया। सभी एकजुट हैं और इस पर चर्चा कर रहे हैं। समिति में वरिष्ठ नेता हैं।
पवार ने आगे कहा, "एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हर कोई मौजूद नहीं हो सकता। कुछ लोग यहां हैं और कुछ नहीं हैं। लेकिन आज सुबह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सर्वसम्मति से फैसला लिया और मुझे इससे अवगत कराया। उस फैसले के जरिए सभी ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। इसलिए, ये सवाल उठाना कि यहां कौन मौजूद है और कौन नहीं है या इसका मतलब तलाशना सही नहीं है।"
इसके साथ ही शरद पवार ने उन अटकलों पर भी तस्वीर साफ की, जिसमें कहा जा रहा था कि NCP की कमान अब उनकी बेटी सुप्रिया सुले के हाथों में दी जा सकती है। इस पर उन्होंने बताया, "सुप्रिया सुले NCP की कार्यकार अध्यक्ष बनने के लिए राजी नहीं हुईं।"
शरद पवार ने अपने इस्तीफे के फैसले को वापिस लेने का ऐलान तब किया, जब शुक्रवार दिन में NCP का नया अध्यक्ष चुनने के लिए बनाई गई समिति ने शरद पवार का इस्तीफा नमंजूर कर दिया।
ये समिति पवार ने अपने इस्तीफे के ऐलान वाले दिन ही बनाई थी, जिसमें अजीत पवार, सुप्रिया सुले, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल पटेल और छगन भुजबल शामिल थे।