BJP Reaction on Hindenburg Report: SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस के बाद अब बीजेपी की ओर से भी रिएक्शन आ गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर ने इसे कांग्रेस की मिलीभगत और देश में अराजकता फैलाने का कदम बताया है। चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'एक बात साफ है कि एक विदेशी 'हिंडनबर्ग' का SEBI पर यह हमला कांग्रेस के साथ एक स्पष्ट साझेदारी है और इसका एक गलत उद्देश्य और लक्ष्य है। वह है दुनिया के सबसे मजबूत फाइनेंशियल सिस्टम्स में से एक को अस्थिर करना, बदनाम करना और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था यानी भारत में अराजकता पैदा करना। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।'
चंद्रशेखर ने कहा है, 'मैंने यह रिपोर्ट पढ़ी है, यह कोई ठोस सबूत नहीं है। यह क्लासिक कांग्रेस स्टाइल की झूठी बातें हैं, जो सच्चाई के कुछ अंशों के साथ मिलकर बनी हैं, जिनका उद्देश्य सेबी को बदनाम करना और निवेशकों के लिए बाजारों में अराजकता और नुकसान पैदा करना है। ऐसी चीजों से बुलिश सेंटिमेंट धीमे पड़ जाते हैं।'
कई वैश्विक ताकतें भारत के विकास को धीमा करना चाहती हैं
उन्होंने आगे लिखा, 'भारत के फाइनेंशियल सेक्टर को पिछले 10 वर्षों में नरेंद्र मोदी ने फिर से खड़ा किया है। यह बिखरे हुए, क्रोनी लेंडिंग PSU बैंकों और यूपीए की 10% NPA विरासत, सहारा घोटाले जैसे इनसाइडर ट्रेडिंग पोंजी फ्रॉड्स से उभरकर एक जीवंत फाइनेंशियल सिस्टम में बदल गया है, जो दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था यानि भारत को इक्विटी और क्रेडिट की आपूर्ति कर रहा है। भले ही अमेरिका में बैंक विफल हो रहे हों और बाजार ढह रहे हों, लेकिन भारतीय बैंक और बाजार लगातार बढ़ रहे हैं। मैंने कई बार कहा है और फिर से कहूंगा- कांग्रेस डायनैस्टी की मदद से कई वैश्विक ताकतें भारत के विकास को धीमा करना या रोकना चाहती हैं। हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे।'
सुधांशु त्रिवेदी का भी आया बयान
BJP नेता सुधांशु त्रिवेदी ने इस मुद्दे पर कहा, 'भारत की जांच एजेंसियों के दायरे में आई हिंडनबर्ग द्वारा रिपोर्ट आना, विदेशी आवाजों के साथ विपक्ष का ताल मिलाना, उसे संसद सत्र के साथ जोड़ना, यह साजिश साफ दिखती है कि वे भारत के अंदर अराजकता, आर्थिक अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं।' हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच को लेकर व्हिसलब्लोअर डॉक्युमेंट के आधार पर बड़े खुलासे किए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, बुच दंपति के पास उन दो ऑफशोर फंड्स में हिस्सेदारी है, जिनका इस्तेमाल अदाणी समूह में पैसों की कथित हेराफेरी में किया गया।