UP Elections 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 623 उम्मीदवारों में से करीब 103 प्रत्याशियों (17 फीसदी) के खिलाफ बलात्कार और हत्या जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसोसिएशन फोर डेमोक्रेटिक रिफोर्म्स (ADR) की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। एडीआर ने पाया कि 135 (22%) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
ADR की रिपोर्ट में कहा गया है कि तीसरे चरण के चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा उतारे गए 58 उम्मीदवारों में से 30 आपराधिक पृष्ठभूमि से हैं। एडीआर द्वारा मंगलवार को जारी एक विश्लेषण रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 55 उम्मीदवारों में से 25, बीएसपी के 59 उम्मीदवारों में से 23, कांग्रेस के 56 उम्मीदवारों में से 20 और आम आदमी पार्टी (AAP) के 49 उम्मीदवारों में से 11 उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
इसके अलावा जब गंभीर आपराधिक आरोपों वाले उम्मीदवारों की बात आती है तो इसमें भी समाजवादी पार्टी के नेताओं का बोलबाला देखा गया है। सपा के पास ऐसे 21 उम्मीदवार हैं, जबकि बीजेपी के पास 20, बहुजन समाज पार्टी के पास 18, कांग्रेस के पास 10 और आम आदमी पार्टी के पास 11 उम्मीदावर हैं, जो गंभीर अपराधों में कथित तौर पर लिप्त रहे हैं।
इनमें से 11 उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले घोषित किए हैं। 11 उम्मीदवारों में से दो ने दुष्कर्म से संबंधित मामले (IPC की धारा-376) घोषित किए हैं। दो उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या (आईपीसी की धारा-302) से संबंधित मामले और 18 ने हत्या के प्रयास से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
चुनाव लड़ने वाले अपराधियों की संख्या के आधार पर तीसरे चरण में 20 फरवरी को होने वाले 16 जिलों की 59 विधानसभा सीटों में से 26 यानी 44% फीसदी निर्वाचन क्षेत्रों को रेड अलर्ट (Red Alert) निर्वाचन क्षेत्र घोषित किया गया है।