Infighting in UP BJP: लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। दिल्ली से लेकर लखनऊ तक बीजेपी नेताओं के बीच बैठकों का दौर जारी है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच अनबन को लेकर अफवाहें चल रही हैं। इस बीच, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव बड़ा दावा कर दिया है। 'यूपी तक' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अखिलेश यादव ने कहा है कि मैं योगी सरकार में से किसी विधायक को तोड़ना नहीं चाहता। उन्होंने कहा कि सुनने में आ रहा है कि अंदर झगड़ा चल रहा है, लेकिन झगड़ा अंदर ही नहीं है दिल्ली तक चल रहा है।
बीजेपी में अंतर्कलह की खबरों के बीच सपा प्रमुख ने कहा कि ऐसे हालात में विपक्ष के लोग कुछ तो ऑफर करेंगे। यदि कोई व्यक्ति बहुत दिनों से कोशिश में लगा है कि कोई बड़ी कुर्सी पर बैठ जाए तो उसे कुर्सी पर बैठने के लिए कोई ऑफर आश्वासन दें तो क्या गलत है? पूर्व सीएम ने कहा कि वह खुद कितने ताकतवर हैं, हमारे बैठाने से कोई कुर्सी पर थोड़ी बैठ जाएगा। अखिलेश ने कहा कि हम परिवर्तन तो नहीं ला सकते, लेकिन कोई परिवर्तन के लिए तैयार होगा तो उसका सहयोग जरूर करेंगे।
मानसून ऑफर के बाद सियासी हलचल तेज
बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी में राजनीतिक चर्चाओं के बीच X पर पिछले सप्ताह लिखा था, "मानसून ऑफर है- 100 लाओ और सरकार बनाओ।" केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के 'मानसून ऑफर' के एक दिन बाद पलटवार करते हुए कहा कि इसे 2027 में जनता और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता फिर 47 पर समेटेंगे।
साल 2017 में मौर्य के भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी और उसकी सहयोगियों को 403 सदस्यीय विधानसभा में 325 सीट मिली थी। जबकि सपा के खाते में 47 सीट आई थी। तब (2012-2017 तक) मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव सत्ता से बाहर हो गए थे।
सपा अध्यक्ष ने अपने पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिया लेकिन राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि अगर बीजेपी में कोई भी नेता 100 विधायकों का समर्थन जुटा लेता है तो सपा मुख्यमंत्री पद के लिए उसे समर्थन दे सकती है। अखिलेश के इस पोस्ट को मौर्य से जोड़कर देखा जा रहा है।
केजरीवाल भी कर चुके हैं भविष्वाणी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव के दौरान दावा किया था कि तीसरी बार सत्ता में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी सीएम योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटा देगी। अरविंद केजरीवाल ने दावा करते हुए कहा था, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह, योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहते हैं। ऐसे में उन्हें उनसे निपटना चाहिए ना कि केजरीवाल को गाली देना चाहिए।"