Wrestlers Protest: पहलवान (Wrestlers) मंगलवार को हरिद्वार (Haridwar) में गंगा (Ganga) में अपने मेडल विसर्जित किए बिना ही लौट आए, क्योंकि किसान नेता नरेश टिकैत (Naresh Tikait) समेत कुठ खाप और राजनीतिक नेताओं ने उन्हें इतना बड़ा कदम उठाने से रोक लिया। हालांकि, इस मामले पर पूरे दिन हाई वॉल्टेज ड्रामा जारी रहा। इस बीच बुधवार को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कहा है कि अभी तक उसे रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Singh) को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं।
न्यूज एजेंसी ANI ने दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया, "अब तक हमें बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं। 15 दिनों के भीतर हम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे। यह चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट हो सकती है। पहलवानों के दावे को साबित करने वाला कोई सबूत नहीं मिला है।"
इसने आगे कहा, "FIR में जोड़ी गईं POCSO की धाराओं में सात साल से कम का कारावास है, इसलिए जांच अधिकारी आरोपी की मांग के अनुसार गिरफ्तारी के लिए आगे नहीं बढ़ सकता है। न तो वह गवाह को प्रभावित कर रहा है और न ही सबूत नष्ट कर रहा है।"
हालांकि, दिल्ली पुलिस ने ऐसे दावों और रिपोर्ट का खंडन किया है। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पुलिस ने लिखा, "कुछ मीडिया चैनल महिला पहलवानों की तरफ से दर्ज मुकदमे में पुलिस की तरफ से फाइनल रिपोर्ट दाखिल किए जाने की खबर प्रसारित कर रहे हैं। यह खबर पूरी तरह गलत है। यह केस अभी विवेचन में है और पूरी तफ्तीश के बाद ही उचित रिपोर्ट न्यायालय में रखी जायेगी।"
बाद में दिल्ली पुलिस ने ये ट्वीट डिलीट भी कर दिया।
दूसरी तरफ WFI के अध्यक्ष और BJP सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने बाराबंकी में एक सभा को संबोधिति करते हुए कहा, "मैंने कहा था कि अगर एक भी आरोप मेरे ऊपर साबित हो जाएगा, तो मैं खुद फांसी पर लटक जाऊंगा। आज भी मैं उसी बात पर कायम हूं। 4 महीने हो गए वो मेरी फांसी चाहते हैं, लेकिन सरकार मुझे फांसी नहीं दे रही है, तो वो (पहलवान) अपना मेडल लेकर गंगा में बहाने जा रहे हैं। मुझ पर आरोप लगाने वालों गंगा में मेडल बहाने से बृज भूषण को फांसी नहीं मिलेगी। अगर तुम्हारे पास सबूत है, तो न्यायलय को दो और न्यायालय मुझे फांसी देगा तो मुझे वो स्वीकार है।"
1 जून को मुजफ्फरनगर में होगी महापंचायत
इससे पहले भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों को लेकर पहलवानों के आंदोलन पर चर्चा के लिए शोरम गांव में बृहस्पतिवार को ‘महापंचायत’ होगी।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष टिकैत ने मंगलवार रात कहा कि आंदोलनकारी पहलवानों से जुड़े मुद्दों पर एक जून को महापंचायत में विस्तार से चर्चा होगी।
इससे पहले मंगलवार को दिन में साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया समेत देश के शीर्ष पहलवान गंगा नदी में अपने ओलंपिक और विश्व पदक विसर्जित करने सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे, लेकिन खाप और किसान नेताओं के मनाने पर उन्होंने मेडल विसर्जित नहीं किए।
भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर कई महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप हैं। टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली से अलग-अलग खापों के प्रतिनिधि इस खाप महापंचायत में हिस्सा लेंगे।