केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना' शुरू करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से दिल्ली वापस लौटने के बाद इसका ऐलान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी घोषणा करते हुए कहा कि अयोध्या से लौटने के बाद मैंने पहला निर्णय लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने के लक्ष्य के साथ 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना (Pradhanmantri Suryoday Yojana)' शुरू करेगी। बता दें कि सोमवार दोपहर साढ़े बारह बजे (12 बजकर 29 मिनट) रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की गई।
पीएम मोदी ने अयोध्या से वापस आने के तुरंत बाद X पर एक पोस्ट में लिखा, "सूर्यवंशी भगवान श्री राम के आलोक से विश्व के सभी भक्तगण सदैव ऊर्जा प्राप्त करते हैं। आज अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घर की छत पर उनका अपना सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो। अयोध्या से लौटने के बाद मैंने पहला निर्णय लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने के लक्ष्य के साथ 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना' प्रारंभ करेगी। इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा।"
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को एक नए युग के आगमन का प्रतीक करार दिया। उन्होंने लोगों से अगले 1,000 वर्षों के मजबूत, भव्य और दिव्य भारत की नींव बनाने का आह्वान किया। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद 'सियावर रामचंद्र की जय' और 'जय श्री राम' के उद्घोष के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह अवसर केवल जीत का नहीं बल्कि विनम्रता का है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर समृद्ध और विकसित भारत के उदय का गवाह बनेगा।
पीएम मोदी ने संतों, नेताओं, उद्योगपतियों, फिल्मी सितारों, कवियों, साहित्यकारों और खिलाड़ियों की एक चुनिंदा सभा को संबोधित करते हुए कहा, "हमें आज से, इस पवित्र समय से अगले 1,000 साल के भारत की नींव रखनी है। मंदिर निर्माण से आगे बढ़कर हम सभी देशवासी इस पल से समर्थ, सक्षम, भव्य, दिव्य भारत के निर्माण की सौगंध लेते हैं।"
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद को लेकर चले मुकदमे पर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले से संभव हुए भव्य राम मंदिर के गर्भगृह के अंदर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया। वास्तुकला की पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर, लंबाई में 380 फुट (पूर्व-पश्चिम), चौड़ाई में 250 फुट और ऊंचाई में 161 फुट आकार का है। यह 392 स्तंभों पर टिका है और इसमें 44 दरवाजे हैं।