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Ram Mandir: पिता दशरथ की समाधि पर नहीं है बेटे राम की कोई मूर्ति, बेहद ही रोचक है अयोध्या की ये जगह

Ram Mandir Inauguration: ये जगह अयोध्या से करीब 12-15 Km की दूरी पर है। अयोध्या-आजमगढ़ रोड से बाई ओर करीब एक किलोमीटर अंदर बिल्वहरि घाट है और यही वो जगह है, जहां राजा दशरथ की समाधि है। इस इलाके में ये इकलौती ऐसी जगह है, जहां भगवान राम की कोई मूर्ति नहीं है। और तो और राम नगरी आने वाले बहुत कम ही भक्त यहां आते हैं

Shubham Sharmaअपडेटेड Jan 11, 2024 पर 8:27 PM
Ram Mandir: पिता दशरथ की समाधि पर नहीं है बेटे राम की कोई मूर्ति, बेहद ही रोचक है अयोध्या की ये जगह
Ram Mandir: पिता दशरथ की समाधि पर नहीं है बेटे राम की कोई मूर्ति, बेहद ही रोचक है अयोध्या की ये जगह

Ram Mandir Inauguration: अयोध्या (Ayodhya) राम की है और राम अयोध्या के... 500 साल से ज्यादा का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है, जब 22 जनवरी 2024 को धर्म नगरी अयोध्या अपने भगवान अपने राजा प्रभु श्रीराम का स्वागत बड़ी ही धूमधाम से उनके नए बन रहे भव्य मंदिर में करेगी। इन दिनों अयोध्या का कण-कण राममय है। सरकार और मंदिर ट्रस्ट इसी कोशिश में हैं कि यहां आने वाले हर एक शख्स को ऐसा महसूस कराया जाए कि सच में वो इस वक्त त्रेता युग में है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी अयोध्या में ही एक ऐसी जगह भी है, जहां चक्रवर्ती सम्राट राजा दशरथ और राम के पिता की समाधि है, लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि वहां भगवान राम की कोई मूर्ति नहीं है।

ये जगह अयोध्या से करीब 12-15 Km की दूरी पर है। अयोध्या-आजमगढ़ रोड से बाई ओर करीब एक किलोमीटर अंदर बिल्वहरि घाट है और यही वो जगह है, जहां राजा दशरथ की समाधि है। इस इलाके में ये इकलौती ऐसी जगह है, जहां भगवान राम की कोई मूर्ति नहीं है। और तो और राम नगरी आने वाले बहुत कम ही भक्त यहां आते हैं।

क्या है इसका महत्तव?

इस खास जगह के बारे में और ज्यादा जानने से पहले इस इसके महत्तव को जान लेते हैं। हुआ यूं कि रानी कैकेयी ने महाराजा दशरथ से बड़े बेटे राम को 14 साल का वनवास और अपने सगे बेटे भरत के लिए राज गद्दी की मांग की। पति के आदेश को सर्वोपरी मानकर राम वन को चले गए, तो बेटे से बिछुड़ने के गम में राजा दशरथ बिना पानी की किसी मछली की तरह तड़पते रहे थे।

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