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Ram Mandir: राम रथ लेकर जाने वाले लाल कृष्ण आडवाणी बिहार में हुए थे गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा मामला

Ram Mandir: राम भव्य मंदिर के भव्य उद्घाटन का समय आ गया है। एक दौर था जब बीजेपी के लाल कृष्ण आडवाणी रथ यात्रा लेकर निकले थे। उन्हें उस समय बिहार के समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके तुरंत बाद भाजपा ने वी. पी. सिंह सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद वी.पी.सिंह सरकार गिर गई और कांग्रेस के सहयोग से चंद्रशेखर प्रधान मंत्री बन गए

Surendra Kishoreअपडेटेड Jan 22, 2024 पर 12:34 PM
Ram Mandir: राम रथ लेकर जाने वाले लाल कृष्ण आडवाणी बिहार में हुए थे गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा मामला
Ram Mandir: 23 अक्तूबर, 1990 को भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी को बिहार के समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया गया था।

Ram Mandir: 23 अक्टूबर 1990 को भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी को बिहार के समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया गया। उसके तुरंत बाद भाजपा ने वी. पी. सिंह सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया गया था। भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने समर्थन वापसी का जो पत्र राष्ट्रपति आर.वेकटरमण को लिखा था। वह इस प्रकार है,‘आदरणीय राष्ट्रपति जी, विभिन्न मोर्चों पर सरकार की विफलता जिनकी परिणति राम जन्म भूमि मंदिर के निर्माण को जबरन रोकने में हुई और हमारे अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी की गिरफ्तारी के मददेनजर भाजपा इस माह की 17 तारीख को पारित अपने प्रस्ताव के अनुसार विश्वनाथ प्रताप सिंह से समर्थन वापस लेती है।-आपका विश्वासी, अटल बिहारी वाजपेयी।’

इसके बाद वी.पी.सिंह सरकार गिर गई और कांग्रेस के सहयोग से चंद्रशेखर प्रधान मंत्री बन गये। बोफोर्स तथा अन्य कई घोटालों को लेकर हुए देशव्यापी असंदोलन की पृष्ठभूमि साल 1989 में वी.पी.सिंह की सरकार बनी थी। पर मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने के वी.पी.सरकार के फैसले के बाद भाजपा ने मंदिर आंदोलन शुरू कर दिया।

आडवाणी से रथ यात्रा रोकने की सिफारिश

भाजपा को लगा था कि इसी मंदिर आंदोलन के जरिए वह हिंदू मतों को अगड़ा -पिछड़ा के आधार पर पूरी तरह बंट जाने से रोक पाएगी। बाद में आडवाणी ने कहा भी था कि यदि मंडल आरक्षण नहीं लागू हुआ होता तो हमारा मंदिर आंदोलन भी नहीं होता। एक अन्य अवसर पर एल.के आडवाणी ने कहा कि यदि उन्हें पता होता कि बाबरी मस्जिद ध्वस्त कर दी जाएगी तो वे सन 1992 में अयोध्या जाते ही नहीं। इससे पहले मंदिर आंदोलन को गरमाने के लिए आडवाणी ने 25 सितंबर, 1990 को सोमनाथ से राम रथ यात्रा शुरू की। राम रथ यात्रा का पहला चरण 14 अक्टूबर को पूरा हुआ। आडवाणी दिल्ली पहुंचे। प्रधान मंत्री वी. पी. सिंह ने 18 अक्टूबर को ज्योति बसु को दिल्ली बुलाया।

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