Norway Chess 2024: भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद (R Praggnanandhaa) ने शतरंज की दुनिया में एक नया इतिहास बनाया है। उन्होंने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) को पहली बार क्लासिकल गेम में हराया है। इसके साथ ही उन्होंने नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट ( Norway Chess tournament) में सभी खिलाड़ियों पर बढ़त हासिल कर ली है। 18 वर्षीय आर प्रज्ञानानंद ने इससे पहले रैपिड और प्रदर्शनी गेम में कई बार कार्लसन को हराया था, लेकिन यह पहली बार है, जब उन्होंने मैग्नस कार्लसन को क्लासिक गेम में हराया है। कार्लसन ने तीन राउंड के बाद 5.5 अंकों के साथ लीडर पोजिशन हासिल कर लिया। प्रज्ञानानंद सफेद मोहरों से खेल रहे थे।
नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट शुरू होने से पहले कार्लसन को जीत का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन प्रज्ञानानंद के हाथों हारने के बाद वह प्वाइंट टेबल में फिसलकर पांचवे स्थान पर चले गए हैं। क्लासिल शतरंज को धीमे शतरंज के रूप में भी जाना जाता है। इसमें खिलाड़ियों को अपनी चाल चलने के लिए पर्याप्त समय होता है, आमतौर पर कम से कम एक घंटा।
कार्लसन और प्रज्ञानानंद इससे पहले भी तीन बार क्सालिक गेम में आमने-सामने हो चुके थे, लेकिन तीनों बार गेम ड्रॉ हुआ था।
प्रग्गनंदा की बहन आर वैशाली ने भी इस टूर्नामेंट में 5.5 अंकों के साथ महिला खिलाड़ियों में शीर्ष स्थान हासिल किया। उन्होंने अन्ना मुजीचुक के खिलाफ अपना खेल ड्रॉ खेला।
टूर्नामेंट के बाकी खेलों में, दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी अमेरिका के फैबियानो कारुआना ने चीन के मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन को हराया। हार के बाद लिरेन छह खिलाड़ियों के बीच सबसे निचले पायदान पर पहुंच गए। वहीं अमेरिका के हिकारू नाकामुरा ने फ्रांस के अलीरेजा फिरौजा के खिलाफ अपना आर्मागेडन गेम जीतकर एक अतिरिक्त आधा अंक हासिल किया और स्टैंडिंग में तीसरे स्थान पर रहे।