भारत के नेशनल पिस्टल कोच समरेश जंग पेरिस ओलिंपिक से जैसे ही देश लौटे, तो उन्हें एक बेहद चौंकाने वाली खबर मिली। ये खबर थी कि अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजधानी में उनके घर को गिराने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास अपना घर खाली करने के लिए सिर्फ 48 घंटे हैं, क्योंकि अधिकारियों ने इसे "अवैध निर्माण" करार दिया है। बड़ी बात ये कि समरेश पेरिस ओलिंपिक में मनु भाकर और सरबजोत सिंह को शूटिंग गाइड कर रहे थे, जिन्होंने इन खेलों में भारत को दो ब्रॉन्ज मेडल जिताए।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, समरेश जंग ने कहा, “लैंड एंड डेवलपमेंट ऑफिस ने हमें कल ही एक नोटिस दिया था। असल में, मुझे इसके बारे में पेरिस से घर पहुंचने के एक घंटे बाद पता चला।”
पेरिस ओलिंपिक (Paris Olympics 2024) में भारत को अब तक मिली तीन ब्रॉन्ज मेडल में से दो पिस्टल शूटर्स ने ही जीते हैं, जिसमें एक मनु भाकर ने व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता है। इसके बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मिक्स टीम में तीसरा स्थान हासिल किया।
जंग का घर सिविल लाइंस इलाके में है और उन्होंने कहा कि 200 परिवारों को दो दिनों के भीतर वहां से चले जाने का आदेश दिया गया है। दिल्ली हाई कोर्ट सोमवार को इस मामले पर सुनवाई करेगा। उन्होंने कहा, "मैं कानून से ऊपर नहीं हूं और अगर कानून यही मांग करता है, तो मैं घर छोड़ दूंगा।"
वह आगे कहते हैं, "...लेकिन दो दिन का नोटिस कोई रास्ता नहीं है। कम से कम हमें घर खाली करने के लिए कुछ महीने का समय दीजिए।" उन्होंने पूछा, "ऐसी क्या इरमजेंसी हो गई या युद्ध की स्थिति पैदा हो गई है, जो हमें एक ही दिन में अपना घर खाली करना होगा?”
54 साल के कोच ने कहा कि उनके पास दिल्ली में कोई दूसरा घर नहीं है। उन्होंने कहा, ''अब, मुझे कहीं नहीं जाना है। मेरे पास 1000 से ज्यादा किताबों की एक बड़ी लाइब्रेरी है और मेरा भाई घर की तलाश कर रहा है और हम सब कुछ पैक करने की कोशिश कर रहे हैं।”
'गोल्डफिंगर' समरेश सिंह ने बढ़ाया देश का मान
जंग को 2006 और 2010 के कॉमनवेल्थ खेलों में सात गोल्ड, पांच सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद 'गोल्डफिंगर' का नाम दिया गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें पैकअप करने और जाने के लिए कम से कम दो महीने चाहिए।
हताश समरेश जंग ने आखिर में कहा, "ये वो संपत्ति थी, जिस पर हम पिछले 75 सालों से रह रहे थे। 1978 में, भूमि और संरचना सिंह को पट्टे पर दी गई थी और हम तब से उन्हें किराया दे रहे हैं।”