India Hockey: भारतीय हॉकी टीम को बड़ा झटका, ओलिंपिक सेमीफाइनल में नहीं खेल पाएंगे अमित रोहिदास
Paris Olympics 2024: अमित रोहिदास को 17वें मिनट में बाहर भेज दिया गया और भारत को एक खिलाड़ी कम के साथ शेष 43 मिनट खेलने पड़े। अब भारत के पास जर्मनी के खिलाफ खेलने के लिए 15 खिलाड़ियों की कम टीम होगी। ओलिंपिक तकनीकी प्रतिनिधि ने एक मैच के निलंबन को बरकरार रखने के फैसले की पुष्टि की है
Paris Olympics 2024: रेड कार्ड मिलने से खिलाड़ी अगले मैच से बाहर हो जाता है
Paris Olympics 2024 Hockey: भारतीय हॉकी टीम के प्रमुख डिफेंडर अमित रोहिदास को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में रेड कार्ड मिलने के कारण 1 मैच के लिए निलंबित कर दिया गया है। वह जर्मनी के खिलाफ मंगलवार 6 अगस्त को होने वाले ओलिंपिक सेमीफाइनल में नहीं खेल पाएंगे। इसका मतलब है कि इस महत्वपूर्ण मैच के लिए भारत के केवल 15 खिलाड़ी ही उपलब्ध रहेंगे जो आठ बार के ओलिंपिक चैंपियन के लिए करारा झटका है। ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल के दौरान जानबूझकर अपनी स्टिक उठाने के लिए रोहिदास को रेड कार्ड दिखाया गया था।
दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर होने के बाद शूट-ऑफ में भारत ने मैच जीत लिया। रोहिदास की स्टिक अनजाने में प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी से छू गई थी। साथ ही उन्हें रेड कार्ड दिखा दिया गया। रेड कार्ड मिलने से खिलाड़ी अगले मैच से बाहर हो जाता है।
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने आधिकारिक बयान ने कहा, "भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच चार अगस्त को खेले गए मैच के दौरान अमित रोहिदास को एफआईएच आचार संहिता के उल्लंघन के लिए एक मैच के लिए निलंबित कर दिया गया था।"
बयान के अनुसार, "निलंबन का असर मैच नंबर 35 (जर्मनी के खिलाफ भारत का सेमीफाइनल मैच) पर पड़ेगा, जिसमें अमित रोहिदास भाग नहीं लेंगे और भारत केवल 15 खिलाड़ियों की टीम के साथ खेलेगा।"
रोहित रोहिदास को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ रविवार 4 अगस्त को खेले गए मैच में अंतिम हूटर बजने से लगभग 40 मिनट पहले मैदान से बाहर भेज दिया गया था क्योंकि उनकी स्टिक अनजाने में एक प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी पर लग गई थी।
हॉकी इंडिया ने तीन अहम बिंदुओं में रोहिदास को रेड कार्ड दिखाए जाने के संबंध में असंगत वीडियो अंपायर समीक्षा का जिक्र किया। साथ ही शूटआउट के दौरान गोलकीपर को कोचिंग और गोलकीपर द्वारा वीडियो टेबलेट के इस्तेमाल पर भी सवाल उठाए।
सेमीफाइनल में भारत की धमाकेदार एंट्री
अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे पीआर श्रीजेश एक बार फिर भारतीय हॉकी की दीवार साबित हुए। 42 मिनट तक 10 खिलाड़ियों के साथ खेलने के बावजूद भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4.2 से हराकर पेरिस ओलिंपिक के सेमीफाइनल में एंट्री कर लिया है।
तारीफ करनी होगी भारतीय डिफेंस की जिसने 36 साल के श्रीजेश की अगुवाई में ब्रिटेन के हर हमले का बचाव करते हुए उसे बढत नहीं बनाने दी। ब्रिटेन ने 28 बार भारतीय गोल पर हमला बोला और महज एक कामयाबी मिली। निर्धारित समय तक स्कोर 1.1 से बराबर रहने पर मुकाबला शूटआउट में गया।
किसने कितने गोल दागे?
शूटआउट में भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने गोल दागे। जबकि इंग्लैंड के जेम्स अलबेरी और जाक वालांस ही गोल कर सके। कोनोर विलियमसन का निशाना चूका और फिलिप रोपर का शॉट श्रीजेश ने बचाया। भारत को 6 अगस्त को होने वाले सेमीफाइनल में जर्मनी से खेलना है।
टोक्यो ओलिंपिक में ब्रिटेन को ही हराकर भारतीय टीम अंतिम चार में पहुंची थी। श्रीजेश टोक्यो में कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी के खिलाफ भी भारत की दीवार साबित हुए थे। उन्होंने पेरिस ओलिंपिक के अब तक के सबसे कठिन मुकाबले में भी अपेक्षाओं पर खरे उतरकर दिखाया।
रोहिदास को रेड कार्ड मिलने का ब्रिटेन ने फायदा उठाते हुए 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया, लेकिन गोल नहीं कर सके। भारत को जवाबी हमले में 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदला। यह पेरिस ओलिंपिक में उनका सातवां गोल था।
ब्रिटेन टीम गेंद पर नियंत्रण में भारत पर लगातार भारी रही। 25वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर उसे वैरिएशन आजमाया लेकिन खाता नहीं खुल सका। अब तक शानदार प्रदर्शन कर रहे भारतीय डिफेंस में पहली बार चूक देखी गई। 27वें मिनट में सर्कल पर से गोल के सामने मिली गेंद को मोर्टन ने गोल के भीतर डाला।