Who is Devajit Saikia: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के चेयरमैन जय शाह को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने रविवार (12 जनवरी) को अपने मुख्यालय में हुई अपनी विशेष आम बैठक (SGM) के दौरान सम्मानित किया। शाह पहले बीसीसीआई सचिव थे। उन्होंने 1 दिसंबर को आईसीसी चेयरमैन का पद संभाला था। उनको बोर्ड की एसजीएम के दौरान सम्मानित किया गया। SGM बैठक में नए बीसीसीआई सचिव और कोषाध्यक्ष का औपचारिक रूप से चुनाव हुआ। एसजीएम मीटिंग में देवजीत सैकिया और प्रभतेज सिंह भाटिया को क्रमशः नए बीसीसीआई सचिव और कोषाध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया।
सचिव और कोषाध्यक्ष पद के लिए नामित होने वाले ये दोनों ही उम्मीदवार थे। जय शाह के आईसीसी चेयरमैन बनने के बाद सैकिया बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव थे। रोजर बिन्नी ने सैकिया को कार्यवाहक सचिव नियुक्त करने के लिए अपनी संवैधानिक शक्तियों का इस्तेमाल किया था।
कौन हैं देवजीत सैकिया? (Who is Devajit Saikia)
असम से ताल्लुक रखने वाले सैकिया वर्तमान में बीसीसीआई के संयुक्त सचिव हैं। यह पद उन्होंने अक्टूबर 2022 में संभाला था। सैकिया ने असम के लिए विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में चार प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और राज्य के महाधिवक्ता भी हैं। शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने के बाद से बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। महत्वपूर्ण सचिव के पद पर उनकी पदोन्नति से संयुक्त सचिव का पद खाली हो जाएगा और इसे एक अन्य चुनाव प्रक्रिया के माध्यम से भरा जाना है।
सैकिया जय शाह की जगह लेंगे, जो अब ICC के अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं। सैकिया का क्रिकेट करियर भले ही लंबा न रहा हो, लेकिन यह खेल के प्रति उनके शुरुआती जुनून को दर्शाता है। एक विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने 1990 और 1991 के बीच चार प्रथम श्रेणी मैचों में असम का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें 8.83 की औसत से 53 रन बनाए। उनका उच्चतम स्कोर 54 था। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान आठ कैच और एक स्टंपिंग की। हालांकि, सीमित अवसरों ने उन्हें अन्य क्षेत्रों की खोज करने के लिए प्रेरित किया जहां उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
क्रिकेट के बाद सैकिया ने एक शानदार कानूनी करियर बनाया। 28 साल की उम्र में उन्होंने गुवाहाटी हाई कोर्ट में वकालत शुरू की। खेल कोटा के माध्यम से उन्होंने उत्तरी सीमांत रेलवे और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साथ भी काम किया, जिससे उनकी अनुकूलन क्षमता का पता चला। उनकी विशेषज्ञता और समर्पण ने अंततः उन्हें मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के तहत असम सरकार के महाधिवक्ता और मुख्य कानूनी सलाहकार का पद दिलाया।
सैकिया का क्रिकेट प्रशासन में एंट्री 2016 में शुरू हुआ जब वे सरमा के नेतृत्व वाले असम क्रिकेट एसोसिएशन (ACA) के उपाध्यक्षों में से एक बन गए। उनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण उन्हें 2019 में ACA सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। बीसीसीआई के नए सचिव के रूप में सैकिया का पहला काम बीसीसीआई प्रमुख रोजर बिन्नी के साथ बैठक में भाग लेना था। इस दौरान चर्चा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के प्रदर्शन के इर्द-गिर्द घूमती रही। सूत्रों ने बताया कि कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर भी जानकारी साझा करने के लिए मौजूद थे।
55 साल की उम्र में सैकिया अपनी नई भूमिका में बहुत अनुभव लेकर आए हैं। एक क्रिकेटर से लेकर एक शीर्ष कानूनी सलाहकार और प्रशासक तक का उनका सफर उनकी बहुमुखी प्रतिभा और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अपनी नियुक्ति के साथ, सैकिया भारतीय क्रिकेट में इस तरह के प्रतिष्ठित पद को संभालने वाले असम के पहले व्यक्ति बन गए, जो राज्य के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है। देवजीत सैकिया के क्रिकेट, कानूनी और प्रशासनिक कौशल का मिश्रण एक आशाजनक कार्यकाल के लिए माहौल तैयार करेगा।